Monday 5 February 2018

सूटेड-बूटेड होकर ट्रेन के एसी कोच से माल उड़ाने वाले शातिर सहित दो गिरफ्तार

अजमेर जीआरपी पुलिस ने एसी कोच में यात्री बनकर दुसरे यात्रियों का माल उड़ाने वाले शातिर अन्र्तराज्यीय आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को पकड़ने में जीआरपी की टीम को खासी मशक्कत करनी पड़ी। अब राजस्थान के अलावा कई राज्यों की वारदातों का खुलासा हो सकता है।
जीआरपी पुलिस अधीक्षक सुनिल बिश्नोई ने बताया कि गत वर्ष आबूरोड़ थाना क्षेत्र में ट्रेन के एसी कोच से यात्री के लगभग पांच लाख रूपए के गहने चोरी हुए थे। मामले में गहनता से जांच की तो सामने आया कि फर्जी नम्बर के आधार पर बिहार निवासी एक शख्स एसी कोच में रिजर्वेशन करवाता है और माल उड़ाकर रफूचक्कर हो जाता है। इस पर बिहार में जाल बिछाया गया लेकिन शातिर आरोपी जाल में नहीं फंसा। जीआरपी की टीम भी लगातार आरोपी पर नजरें गड़ाए रही। तीन दिन बाद जब उसने रिजर्वेशन करवाया और ट्रेन के एसी कोच मे आकर बैठा तो जीआरपी की टीम भी उसी कोच में चढ़ गई। टीम ने वारदात अंजाम देने से पहले आरोपी को हिरासत में लिया और आबूरोड़ ले आई। यहां पर उसने वारदातें अंजाम देना कबूला।
यूं देता वारदात अंजाम
जीआरपी एसपी सुनिल बिश्नोई की मानें तो शातिर अपराधी नंदकिशोर उर्फ नंदू उर्फ देवेन्द्र उर्फ दिनेश है जो कि बिहार में पटना जिले के खुशरूपुर का रहने वाला है। नंदू की उम्र 61 वर्ष है और दिखने में सभ्य परिवार से लगता है और रहन सहन का स्टाईल भी काफी हाई फाई है। ऐसे में कोई भी उस पर शक नहीं कर सकता। आरोपी नंदू रात होने का इंतजार करता है और जैसे ही यात्री नींद ले रहे होते हैं तो वह उनका बैग, अटैची उठाकर बाथरूम में ले जाता है और कटर, पेचकस सहित अन्य औजार के माध्यम से खोलकर उसमें रखे जेवरात व नगदी चुराकर वापस वहीं लाकर रख देता है। यदि कभी किसी को चोरी का पता लग जाता है तो हमदर्दी भी दिखाता है।
इलेक्ट्राॅनिक्स आईटम्स से तौबा
शातिर आरोपी नंदू कभी भी इलेक्ट्राॅनिक्स आईटम नहीं चुराता है। उसे पता है कि इनके जरिए आसानी से ट्रेस किया जा सकता है तो वह कभी भी मोबाईल, लैपटाॅप, आईपैड या ऐसे इलेक्ट्राॅनिक्स सामान नहीं चुराता। उसने पुलिस को पूछताछ में भी बताया कि उसका ध्यान केवल मात्र जेवरात व नगदी पर होता था। वह सामने वाले के हाव भाव से ही भांप जाता था कि इसमें माल है।
इंजीनियर के मोबाईल नम्बर का प्रयोग
एसपी सुनिल बिश्नोई ने बताया कि आरोपी नंदू बिहार के इंजीनियर का नम्बर अपना रिजर्वेशन करवाने में काम में लेता था। इंजीनियर के पास पांच फोन होने के कारण कभी इस पर ध्यान भी नहीं दिया। जब जीआरपी सीओ डीएसपी अदिति कांवट ने सम्पर्क साधा तो इंजीनियर ने पूरी मदद की और जैसे ही आरोपी नंदू ने हाबड़ा से पटना का रिजर्वेशन करवाया इसकी पूरी सूचना जीआरपी को दी। इसके बाद आरोपी को दबोचा गया। एसपी बिश्नोई ने बताया कि टीम वृताधिकारी अदिति कांवट के नेतृत्व में आबूरोड़ थानाधिकारी दिलीप सिंह, हैड काॅन्सटेबल चन्द्रपकाश सहित अन्य लोग मौजूद थे। एसपी बिश्नोई ने कहा कि माल बरामद होने पर पूरी टीम को सम्मानित किया जाएगा।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
05-02-2018
navinvaishnav5.blogspot.com
www.facebook.com/Navinvaishnav87

No comments:

Post a Comment