Tuesday, 31 July 2018

आंगनबाड़ी के पोषाहार में घपला करने वाली महिला उपनिदेशक सहित 3 ठेकेदार गिरफ्तार


बच्चों को घटिया गुणवत्ता का पोषाहार देकर कूट रहे थे चांदी, 50 लाख से अधिक की राशि जप्त
अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक कैलाश बिश्नोई ने नागौर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्र पर आने वाले बच्चों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है साथ ही उनके कब्जे से 50 लाख से अधिक की रकम भी बरामद की गई है। मामले में ओर भी कई गिरफ्तारियां होना बाकी है।
एसपी कैलाश बिश्नोई ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नागौर जिले की आंगनबाड़ी केन्द्र में सप्लाई होने वाला पोषाहार बिलकुल घटिया सामग्री का है और इसके पीछे भ्रष्टाचार की बू भी आ रही है। इस पर उन्होंने नागौर की महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक उषा रानी और कुछ ठेकेदारों के नम्बर सर्विलांस पर लगाए। एक महिने में ही सारी हकीकत सामने आ गई। इस पर उन्होंने अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर और टौंक की कुल 11 टीमें गठित करके नागौर के रियांबड़ी, परबतसर, डेगाना सहित 7 स्थानों पर छापामार कार्रवाई अंजाम दी गई।
रिश्वत की राशि का भी एमओयू
एसपी बिश्नोई ने कहा कि विभाग की ओर से साफ निर्देश है कि पोषाहार स्वयं सहायता समूह के जरिए मंगवाई जाए और अधिकारियों पर पोषाहार की गुणवत्ता जांचने की जिम्मेदारी भी थी। इसके बावजूद उपनिदेशक उषा रानी ने सभी नियमों को ताक में रखकर ठेकेदारों के जरिए पोषाहार मंगवाना तो शुरू कर दिया। इसकी एवज में उनसे 25 प्रतिशत कमीशन देना तय किया। जिसका एमओयू भी करवाया गया। बिश्नोई ने कहा कि उषा रानी की टेबल से वह एमओयू भी बरामद किया गया है। वहीं ठेकेदार द्वारा दी गई 40 हजार की रिश्वत राशि के साथ ही 15 हजार की अन्य राशि भी जप्त करके गिरफ्तार किया गया।
फर्जी बिल और पोषाहार की सामग्री जप्त
एसपी बिश्नोई ने कहा कि उषारानी के अलावा ठेकेदार डेगाना निवासी हरी सिंह, चुई निवासी किशोर बेन्डा और डेगाना निवासी योगेश दायमा को गिरफ्तार किया है। उक्त सभी ठेकेदारों के घर पर फर्जी बिल और डिमाण्ड नोट के साथ सीलें भी बरामद हुई है। उक्त बिलों के कमरे ठेकेदारों ने भर रखे हैं। उन्होंने कहा कि ठेकेदार हरी सिंह के घर की तलाशी में 50 लाख रूपए की नगदी भी बरामद हुई जिसे जप्त किया गया है। फिलहाल तीनों ठेकेदारों व उपनिदेशक उषारानी को गिरफ्तार करके गहनता से पूछताछ की जा रही है।
खुलेंगे कई ओर राज
इस मामले में कई ओर राज खुलने की संभावना भी एसपी बिश्नोई ने जताई है। उनकी मानें तो अभी महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ सहित अन्य की भूमिका की भी जांच की जा रही है। वहीं उपरी अधिकारियों के भी मामले से तार जुड़े तो नहीं है। इसकी भी जांच चल रही है। बिश्नोई ने साफ कहा कि जो भी दोषी होगा उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
नहीं है शिकायतकर्ता
एसपी बिश्नोई के नेतृत्व में बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को भण्डाफोड़ कर टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पूरी टीम बधाई की पात्र है। खास बात तो यह है कि इस कार्रवाई में कोई भी शिकायतकर्ता नहीं है। एसपी बिश्नोई को इसकी सूचना मिली थी। इसके बाद ही उन्होंने आरोपियों को दबोचने के लिए पूरे सिस्टम को लगा दिया था और इसका परिणाम यह हुआ कि 4 मुख्य घपलेबाज तो धर लिए गए, वहीं अन्य के भी नाम सामने आ रहे हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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31-07-2018
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Tuesday, 24 July 2018

कुख्यात ईनामी बदमाश वरूण चौधरी व उसके साथी रिमांड पर





अजमेर के चर्चित रामकेश हत्याकाण्ड का मास्टरमाईंड और कुख्यात ईनामी बदमाश वरूण चौधरी और उसके साथियों को भरतपुर की नदबई थाना पुलिस ने रिमाण्ड पर लिया है। सभी से गहन पूछताछ की जा रही है।
नदबई थानाप्रभारी अरूण चौधरी ने बताया कि कुख्यात बदमाश वरूण चौधरी का निगरानी में ईलाज कराने के बाद छुट्टी मिलते ही सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं उसके साथी शॉर्प शूटर गौंडा निवासी रमेश चंद जाटव, मुकेश और सतीश को भी गिरफ्तार किया गया है। वरूण चौधरी को अदालत में पेश कर रिमाण्ड पर लिया गया है। उन्होंने बताया कि वरूण ने पूछताछ के दौरान कबूला कि सरपंच दलीप हंतरा के कहने पर ही वह शॉर्प शूटर को लेकर हमला करने हंतरा गांव में पहुंचा था। चौधरी ने कहा कि हमले में घायल बिरजू उर्फ बृजेश के पर्चा बयान के आधार पर वरूण सहित सात जनों के खिलाफ थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
दुर का रिश्तेदार है सरपंच
चौधरी ने कहा कि वरूण ने पूछताछ में यह भी कबूला कि सरपंच दलीप के दुर का रिश्तेदार वरूण है। दलीप पर रंजिश के चलते एक साल पहले अनूप पटवारी के बेटों ने हमला किया था जिससे वह अभी भी चलने फिरने में सक्षम नहीं है। ऐसे में दलीप उनसे बदले की भावना रखता था और इसके चलते उसने वरूण को अनूप पटवारी और उसके बेटां को मारने की सुपारी दी थी।
मारने के ईरादे से आए थे
चौधरी की मानें तो वरूण अपने साथ 5 शॉर्प शूटर को लाया था जो तीन उसके साथ कार में सवार थे जबकि दो बाईक पर थे। दोनों बाईक पर सवार शॉर्प शूटर मामला बिगड़ते देख भाग छूटे। वहीं अनूप पटवारी के बेटों ने वरूण व उसके साथियों पर भी जमकर वार किए इससे वह घायल हो गए। चौधरी ने कहा कि ब्रिजेश ने गोली लगने के बावजूद भी वरूण पर सरिए से हमला किया था जिससे वह घायल होकर गिर गया।
यूपी में काटी फरारी
थानाधिकारी अरूण चौधरी ने कहा कि रामकेश मीणा की हत्या के बाद से अधिकांश समय वरूण ने फरारी उत्तरप्रदेश में काटी और वहां के बदमाशों को अपने साथ जोड़कर खुद का वर्चस्व बनाया। राजस्थान में कई बार सुपारी लेकर वारदातें भी वरूण ने अंजाम दी।
प्रोडक्शन वारंट से होगा गिरफ्तार
वरूण चौधरी को नदबई थाना पुलिस के जेल भेजे जाने के बाद अजमेर की अलवर गेट थाना पुलिस प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार करेगी और रामकेश हत्याकाण्ड के संबंध में पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि केवल मात्र वरूण ही इस मामले में अब तक फरार चल रहा है। अन्य एक दर्जन आरोपी पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं और उनके कब्जे से भी भारी मात्रा में हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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24-07-2018
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सवा करोड़ की ठगी का पर्दाफाश, 6 आरोपी गिरफ्तार


रकम दुगुनी करने, एटीम ब्लॉक होने सहित अन्य झांसे देकर देश भर में कर चुके वारदातें
टौंक जिला पुलिस को फोन पर झांसा देकर लोगां को करोड़ों का चूना लगाने वाल गिरोह को दिल्ली से दबोचने में सफलता हाथ लगी है। उक्त गिरोह का पर्दाफाश टौंक जिला पुलिस अधीक्षक योगेश दाधीच ने किया।
एसपी योगेश दाधीच ने बताया कि गोलेड़ा निवासी बालूराम शर्मा ने गत 15 जून को टोडाराय सिंह थाने पर उपस्थित होकर एक करोड़ 31 लाख रूपए की ठगी होने की शिकायत दी थी। इस पर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की गई। मामले में गठित की गई विशेष टीम के अथक प्रयासों से उक्त गिरोह के बारे में जानकारी मिली। गिरोह में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के युवक शामिल थे। जिन्हें दिल्ली पुलिस की मदद से हिरासत में लिया गया। इसके बाद टीम सभी 6 आरोपियों को लेकर टौंक के सदर थाने पर पहुंची और यहां गहनता से पूछताछ की तो उन्होंने बालूराम शर्मा के साथ की गई वारदात तो कबूली ही वहीं देश भर में भी वारदातें करने की बात कही।
तरीका ए वारदात 
एसपी दाधीच ने कहा कि उक्त गिरोह ने कबूला कि वह फर्जी सिम लेकर लोगों को कॉल करते हैं। कभी बैंक अधिकारी बनकर एटीएम ब्लॉक होने की तो कभी लॉटरी निकलने का झांसा देते हैं तो कभी रकम दुगुनी करने का झांसा देते हैं। इस दौरान सामने वाले को इतना बातों में उलझा लिया जाता है कि वह उनकी बातें हकीकत मानकर रूपए उनके बताए खातों में डाल देता है या फिर ओटीपी बता देता है जिससे वह रकम निकाल लेते हैं। उन्होंने यह भी कबूला कि जिन बैंक खातों में रूपए डलवाए जाते हैं, वह भी फर्जी दस्तावेजों से ही खुलवाए गए हैं। दाधीच ने कहा कि उक्त फर्जी दस्तावेज भी जप्त किए गए हैं। उनकी मानें तो गिरोह इतना शातिर है कि पहले कभी पकड़ा भी नहीं गया है।
आप भी हो सकते हैं शिकार!
इस तरह की ठगी की वारदातों से आपको भी संभलने की आवश्यकता है। ऐसे फोन कॉल्स आज कल हर किसी के पास आते हैं। यदि कोई भी आपको बैंक कर्मचारी या अधिकारी बन कर फोन करें तो आप उसे अपनी कोई भी जानकारी नहीं बताए, क्योंकि कोई भी बैंक आपसे फोन पर जानकारी नहीं चाहेगी। यदि कोई आपको एटीएम बंद करने की बात भी कहें तो इससे घबराएं नहीं और उसे कार्ड नम्बर या ओटीपी नम्बर नहीं बताएं। इसी तरह यदि कोई आपको लाखों या करोड़ों की लॉटरी निकलने की बात भी कहता है तो समझ लीजिए कि वह आपको चूना लगाना चाह रहा है। सोचिए जब आपने कहीं आवेदन ही नहीं किया तो फिर आपकी लॉटरी कैसे खुल सकती है। ऐसे ही यदि रकम दुगुनी या इससे अधिक गुनी करने की बात भी कहें तो उसे सच नहीं मानें और खुद को इससे दुर रखें। अन्यथा आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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Saturday, 21 July 2018

कुख्यात गैंगस्टर वरूण चौधरी ने फिर किया गैंगवार, सुपारी लेकर वारदात


भरतपुर के आगरा रो़ड़ स्थित हंतरा गांव की है घटना
कुख्यात गैंगस्टर वरूण चौधरी जहां पुलिस की नजरों में फरार चल रहा है वहीं वह खुले आम वारदात करके फरार हो जाता है। इस बार भी वह भरतपुर के आगरा रोड़ स्थित हंतरा में सरपंच से सुपारी लेकर निलम्बित पटवारी व उसके परिजनों को जान से मारने आया था लेकिन वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हुआ और अपने एक साथी के साथ अस्पताल के बैड़ पर जा पहुंचा। वहीं वरूण चौधरी के साथियों के हमले में पटवारी के बेटे सहित दो लोग चोटिल हुए हैं।
भरतपुर के नदबई थानाधिकारी अरूण चौधरी ने बताया कि हंतरा चौराहे पर एक कार ने अनूप पटवारी की कार के आगे लगाकर फायरिंग शुरू कर दी। एकाएक हुए हमले से सभी चौंक गए लेकिन पटवारी अनूप और उसके साथ मौजूद लोगों ने भी कार में आए बदमाशों पर जवाबी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कार में आए बदमाशों में वरूण चौधरी अपने साथी राघवेन्द्र, पुष्पेन्द्र और गौंडा के दो शॉर्प शूटर सतीश और मुकेश के साथ मौजूद था। इस हमले में पटवारी अनूप के बेटे विश्वेन्द्र उर्फ बिरजू के पीठ में गोली लगी जबकि अन्य लोगों को चोटें आई वहीं वरूण चौधरी के सिर पर पटवारी व उसके साथियां ने हमला कर दिया। वरूण के साथी राघवेन्द्र को भी गंभीर चोट आई। राघवेन्द्र और पटवारी के बेटे विश्वेन्द्र उर्फ बिरजू को जयपुर के एसएमएस अस्पताल के लिए रैफर किया गया। वहीं वरूण चौधरी का पुलिस की निगरानी में भरतपुर के ही निजी अस्पताल में ईलाज चल रहा है। चौधरी ने बताया कि सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर बदमाशों को हिरासत में ले लिया गया।
ईशारा मिलते ही गिरफ्तारी
थानाधिकारी चौधरी ने कहा कि वरूण चौधरी के कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं पीड़ितों के पर्चा बयान के लिए पुलिस की टीम जयपुर भेज दी गई है। पर्चा बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा साथ ही वरूण चौधरी के लिए चिकित्सकों का ईशारा मिलते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अफवाहों का बाजार गर्म
इस मुठभेड को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहां का बाजार भी गर्म रहा। कोई वरूण चौधरी की मौत की खबर की अफवाह उड़ा रहा था तो कोई संजय मीणा गुट द्वारा वरूण चौधरी पर फायरिंग की बात चला रहा था। इस मामले में थानाधिकारी अरूण चौधरी ने साफ किया कि पटवारी अनूप और सरपंच नीतू के बीच रंजिश चल रही थी। इसी रंजिश को लेकर नीतू ने पटवारी अनूप और उसके बेटों को मरवाने के लिए वरूण को सुपारी दी थी। वरूण पूरी तैयारी के साथ आया था लेकिन वह हत्या करने में कामयाब नहीं हो सका।
रामकेश मीणा हत्याकाण्ड का मुख्य आरोपी
कुख्यात बदमाश वरूण चौधरी ने रामकेश मीणा को श्रीनगर रोड़ पर अंधाधुंध फायरिंग करके मौत के घाट उतारा था। इस मामले में वह काफी समय से फरार चल रहा है। वहीं कई अन्य मामलों में भी वरूण चौधरी वांटेड़ है। अब भरतपुर पुलिस की गिरफ्तारी के बाद अजमेर पुलिस वरूण चौधरी को गिरफ्तार करके लाएगी। गौरतलब है कि मीणा हत्याकाण्ड में सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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नहीं रहे एमडीएस यूनिर्वसिटी के कुलपति श्रीमाली, हृदयाघात से उदयपुर में हुई मृत्यु




यूनिर्वसिटी का टलेगा दीक्षांत समारोह, 1 अगस्त को होना था समारोह। 
अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय श्रीमाली की शनिवार को हृदयघात से मौत हो गई। उदयपुर के फोर्टिज अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। श्रीमाली की मौत से शिक्षा जगत के साथ ही यूनिर्वसिटी प्रबंधन में शोक की लहर व्याप्त है।
कुछ ही समय पहले महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय को प्रो श्रीमाली के रूप में स्थायी कुलपति मिला था। श्रीमाली के पदभार ग्रहण करने के बाद से सारी व्यवस्थाएं सुचारू चल रही थी। आपको बता दें कि श्रीमाली हार्ट की बाईपास सर्जरी करवा चुके थे और किड़नी के रोग से भी ग्रसित थे, इसके बावजूद भी विश्वविद्यालय में पूरा समय देते और लगातार इसके विकास को लेकर तत्पर रहें। श्रीमाली ने गत दिनों राज्यपाल कल्याण सिंह की सहमति से 1 अगस्त को यूनिर्वसिटी का दीक्षांत समारोह करने का भी निर्णय लिया था। जिसकी तैयारियों में वह खुद भी पूरी तरह जुटे हुए थे। गुरूवार को वह इसकी तैयारियों का जायजा लेकर व कर्मचारियों व विश्वविद्यालय के अन्य स्टॉफ से मुलाकात करके उदयपुर के लिए निकले थे। विश्वविद्यालय कार्मिकों को इसका जरा भी अंदाज नहीं था कि यह श्रीमाली से उनकी आखिरी मुलाकात होगी।
रूटीन चैकअप के लिए गए थे
प्रो. श्रीमाली उदयपुर के फोर्टिज अस्पताल में रूटीन चैकअप के लिए गए थे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें तबियत नासाज होने की बात कहते हुए किड़नी के ईलाज के लिए अहमदाबाद जाने की सलाह दी, लेकिन श्रीमाली ने दीक्षांत समारोह के बाद जाने का कहकर इसे टाल दिया। उनकी जांच के बाद उन्हें फोर्टिज में ही भर्ती कर लिया गया। यहां शनिवार को लगभग दोपहर 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्रो. श्रीमाली की आत्मा की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करते हैं और उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। श्रीमाली की मृत्यु पर उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने ट्विट करके श्रद्धांजली अर्पित की है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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Monday, 16 July 2018

अजमेर की मूक-बधिर बेटी ने इंग्लैंड में बढ़ाई तिरंगे की शान, जीता स्वर्णपदक


अजमेर की रहने वाली मूक बधिर बेटी स्वाति जांगिड़ ने इंग्लैण्ड के मैनचेस्टर में भारत का नाम रोशन किया है। जांगिड़ ने वहां आयोजित हुई शतरंज प्रतियोगिता में विश्व की सभी साथी खिलाड़ियों को शिकस्त देकर स्वर्ण पदक प्राप्त किया है।
अजमेर के पंचशील नगर निवासी गिरधारी लाल जांगिड़ की बेटी स्वाति जांगिड़ जो बचपन से ही सुनने और बोलने में असमर्थ है। स्वाति का गत दिनों अर्न्तराष्ट्रीय बधिर शतरंज समिति द्वारा इंग्लैण्ड के मैनचेस्टर में आयोजित 5वीं आईसीसीड़ी एकल प्रतियोगिता में चयन किया गया। स्वाति ने वहां शानदार प्रदर्शन करते हुए विभिन्न देशों से आई प्रतिभागियों को शिकस्त देकर स्वर्ण पदक जीत लिया। प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, रजत पदक और कांस्य पदक जीतने वाली विजेता खिलाड़ियां को आईसीसीडी के प्रेसीडेंट फिलिप के गार्डनर ने पदक और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। उक्त प्रतियोगिता 6 जुलाई से 16 जुलाई के बीच आयोजित की गई थी।
जश्न सा माहौल
बधिर विद्यालय के प्रधानाचार्य संत कुमार सिंह ने कहा कि जैसे ही स्वाति जांगिड़ के पिता गिरधारी लाल जांगिड़ ने जब स्वाति के स्वर्ण पदक जीतने की खबर सुनाई तो मानों स्कूल में जश्न सा माहौल हो गया। स्कूल के सभी बच्चे और स्टॉफ ने खुशी का इजहार किया।
एक परिचय
स्वाति जांगिड़ के पिता गिरधारी लाल रेलवे स्टेशन पर सहायक स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात है। स्वाति का जन्म वर्ष 1992 में हुआ था। उसकी शारीरिक अक्षमता देखकर पहले तो परिवारजन काफी निराश रहते थे लेकिन जैसे ही उसे बधिर विद्यालय में प्रवेश दिलवाया गया तो वह पढ़ाई के साथ ही शतरंज में भी अच्छा प्रदर्शन करने लगी। जांगिड़ बताते हैं कि कभी भी स्वाति ने किसी प्रतियोगिता में जाने की मंशा जताई तो उन्होंने कभी भी उसे निराश नहीं किया और हमेशा उसकी हौंसला अफजाई की। आज इंग्लैण्ड में स्वर्ण पदक जीतने की खबर सुनकर तो वह फूल नहीं समां रहे। आपको बता दें कि स्वाति ने बधिर विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के बाद इंदौर के डैफ बिलिंगुअल एकेडमी में साईन लैंग्वेज की पढ़ाई करने गई थी। यहां से पढ़ाई करने के बाद उसने वैशाली स्थित स्कूल में दो साल तक बच्चों को पढ़ाया। इसी दौरान उसकी जॉब दिल्ली के साईन लैंग्वेज रिसर्च इंस्टीट्यूट में लग गई। उसने काफी समय तक यहां पर जॉब की। गत जून माह में उसने हायर स्टडीज के लिए नौकरी छोड़ दी और वापस इंदौर चली गई। वर्तमान में वह इंदौर से साईन लैंग्वेज का सी लेवल कोर्स कर रही है।
यहां भी जीते मैडल
संत कुमार बताया कि स्वाति जांगिड़ इससे पहले ही भी अर्न्तराष्ट्रीय स्तर की शतरंज प्रतियोगिता में भाग लेकर देश को मैडल दिलवा चुकी है। वर्ष 2010 में बधिर शतरंज ओलम्पिक में स्वाति ने भारत को पांचवा स्थान दिलवाया, बधिर एशियाड़ 2012 जो कि ताशकंद में हुआ, इसमें स्वर्ण पदक और बधिर एशियाड़ 2015 जो मंगोलिया में हुआ, इसमें देश को चौथा स्थान दिलवाकर विश्व में नाम रोशन किया।
नवीन वैष्णव
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Friday, 13 July 2018

गंभीर बीमारी से पीड़ित जवान अब खतरे से बाहर, ऑपरेशन सफल


आपकी दुआओं और आर्थिक सहयोग से बच सकी जवान की जान
अजमेर के गंज थाने में कार्यरत पुलिस के जवान की तबियत में अब सुधार है। उसका ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया जाकर उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। यह सब कुछ आप सबकी दुआओं और किए गए आर्थिक सहयोग का ही परिणाम है। मैं सभी लोगों का तहे दिल से शुक्रगुजार हूं। आज जैसे ही यह खबर मिली तो यूं लगा मानों मेरे जन्मदिन का एक उपहार सा मुझे मिला है। इस उपहार से बढ़कर कुछ ओर हो भी नहीं सकता। शनिवार को जन्मदिन के एक दिन पहले खुशखबरी मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण रही। आप सभी की जानकारी में लाना चाहूंगा कि सागर बिश्नोई के लिए 30 जून को ब्लॉग लिखा था, उसके बाद से ही ना केवल अजमेर या राजस्थान बल्कि बाहर से भी लोगों ने आर्थिक मदद की। ऐसे लोगों ने बताए गए अकाउंट में रूपए भेजकर मुझे उसकी रिसीप्ट भी भेजी। कई लोगों ने पेटीएम भी किया। कई थानाधिकारियों ने अपने पूरे स्टॉफ के साथ आर्थिक सहयोग की राशि एकत्रित की और इसे सागर के ईलाज के लिए प्रदान किया। कहने का मतलब यह है कि हर एक ने इस महाकुम्भ में दिल खोलकर आहूति दी। अब जल्द ही सागर स्वस्थ होकर हम सबके बीच लौटेगा और फिर पूरे जोश के साथ आमजन की सुरक्षा में मुस्तैद रहेगा। गौरतलब है कि सागर को हेपेटाईटिस बी की बीमारी ने जकड़ लिया था और डॉक्टर्स ने लीवर ट्रांस्प्लांट की सलाह दी थी। सागर को दिल्ली के वसंत कुंज स्थित इंस्टिटयूट ऑफ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेज (आईएलबीएस) अस्पताल ले जाया गया और वहां उसका ऑपरेशन सफलतापूर्वक कर लिया गया।
नवीन वैष्णव
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Thursday, 12 July 2018

तुगलकी फरमान सुनाने वाले पंचों की ‘‘मनन’’ ने लगाई जमकर क्लास, कहा होगी सख्त कार्यवाही




बूंदी जिले के हिंडोली उपखण्ड में 6 साल की मासूम बच्ची को सामाजिक बहिष्कार करने वाले पंचों को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने गुरूवार को जमकर फटकार लगाई। चतुर्वेदी ने तुगलकी फरमान जारी करने वाले पंचों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी गुरूवार को हिंडोली उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत सथूर स्थित हरीपुरा गांव पहुंची। उन्होंने पंचों से मुलाकात कर जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि मासूम से टिटिहरी का अंडा गलती से फूट गया तो उसे मां-बाप से भी दूर कर दिया जबकि पंचों ने कितनी चिटिंया मारी। उसकी सजा उन्हें भी मिलनी चाहिए। पंचों ने चतुर्वेदी के समक्ष अपनी गलती को स्वीकार करते हुए भविष्य में ऐसा नहीं करने की बात कही।
इन धाराओं में मुकदमा दर्ज
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने बताया कि मासूम बच्ची खुशबू रैगर के पिता हुकुचंद रैगर से पुलिस को पंचों के खिलाफ रिपोर्ट दिलवाई गई। जिसके आधार पर  पंचों के खिलाफ नामजद जे जे एक्ट की धारा 75, छुआछूत अधिनियम की धारा 6 व आईपीसी की धारा 508, 120 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों व उपखण्ड अधिकारी को मामले में सख्त कार्रवाई करने और साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाने के भी निर्देश दिए हैं।
9 दिन दुर रही थी बच्ची 
यह मामला हिंडोली उपखंड की ग्राम पंचायत सथूर के हरीपुरा गांव का है। यहां रहने वाले हुकमचंद रैगर की मानें तो 2 जुलाई को उसकी छह साल की बेटी खुशबू अपनी मां के साथ विद्यालय में नामांकन के लिए गई थी। वहां पर दूध पिलाने के लिए बालिकाओं की लाइन लग रही थी। इसी दौरान अचानक खुशबू का पैर टिटहरी के अंडे पर पड़ गया, जिससे अंडा फूट गया। इसके बाद गांव के पंचो ने उसे समाज से बहिष्कृत करने का फरमान सुना दिया। इसके बाद परिजनों ने भी बच्ची को घर से निकाल कर गांव के बाहर छोड़ दिया। बच्ची के परिजन भी उसे छू नहीं सकते थे, दुरी से ही खाना देकर चले जाते थे।
अनाथ बच्चों की मां है ‘‘मनन’’
मनन चतुर्वेदी ऐसे बच्चां की मां है, जिनका कोई नहीं। आयोग की अध्यक्ष बनने से पहले भी वह बच्चों को लेकर हमेशा से गंभीर रहती थी। कहीं भी बच्चों के संबंध में यदि बुरी खबर आती तो वह वहां पहुंचकर बच्चों की सुध लेती और अगर संभव होता तो बच्चों को भी अपने साथ ले जाती। कई बच्चों का पालन पोषण भी मनन करती आई है। अब अध्यक्ष बनने के बाद भी वह लगातार बच्चों के साथ कोई भी बुरी घटना होने पर तुरंत मौके पर पहुंचती है और मामले मे प्रसंज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देती है। इतना करके ही इतिश्री भी नहीं करती वरन् मामले में दोषियों के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं हो जाती वह अधिकारियों से लगातार सम्पर्क में भी बनी रहती है। मनन ने कई बार ऐसे गंदे बच्चों को भी गले लगाया है जिन्हें अक्सर कोई नेता या अधिकारी पास भी नहीं भटकने दें। इसका जीता जागता उदाहरण कई बार अजमेर दौरे के दौरान देखा गया। दरगाह और स्टेशन के आस-पास खानाबदोष की जिंदगी जीने वाले बच्चों को अच्छा जीवन देने के लिए कई बार मनन ने मां की ममता बिखेरी है। वहीं इनको नशे की लत छुड़वाने के लिए भी कई अनूठे प्रयोग किए हैं। मनन को उनकी इस कार्यशैली के लिए हृदय से साधुवाद देता हूं और आशा करता हूं कि अधिकारी व राज्य के नेता भी उनसे कुछ प्रेरणा लेकर अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले लोगों के दुख दर्द को समझ कर उन्हें राहत प्रदान करें।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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Wednesday, 11 July 2018

कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा से पहले नकल गिरोह का हुआ भण्डाफोड़, 11 गिरफ्तार


प्रदेश भर में होने जा रही कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा से पहले ही जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने नकल गिरोह का भण्डाफोड़ करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 4 लाख रूपए की रकम और नकल के लिए प्रयुक्त सामान भी जप्त किया गया है।
जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा को लेकर विशेष ध्यान रखा जा रहा था। इसी दौरान सामने आया कि नकल गिरोह के माफिया जगदीश बिश्नोई का भाई भीखाराम बिश्नोई कई अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास करवाने की गारंटी दे रहा है। बिश्नोई और उसके साथियों पर कड़ी नजर रखी गई साथ ही एक कॉन्सटेबल को फर्जी ग्राहक बनाकर भी इनके पास भेजा गया। कॉन्सटेबल से भी भीखाराम ने 7 लाख रूपए में परीक्षा पास करवाने का सौदा तय कर लिया। कॉन्सटेबल लगातार भीखाराम के सम्पर्क में था और अन्य टीमें भी इनका पीछा कर रही थी। मंगलवार को पूर्णतया पुष्टि होने पर भीखाराम और उसके साथी अरूण व सुरेश को हिरासत में लिया गया और लगातार इनको अभ्यर्थियां से बातचीत भी पुलिस की निगरानी में करवा गई। आज जैसे ही दो अभ्यर्थी दो-दो लाख रूपए की राशि लेकर वहां पहुंचे तो दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं चार अन्य अभ्यर्थी भी फोटो मिलवाने या अन्य किसी बहाने से पहुंचे तो उन्हें भी दबोच लिया गया। एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि एक अभ्यर्थी 10 से 12 अभ्यर्थियों की फोटो भी लेकर पहुंचा, उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
5 से 7 लाख में होता था सौदा
एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि उक्त गिरोह केवल कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा में ही नहीं बल्कि लाईब्रेरियन, एलडीसी सहित कई अन्य परीक्षाओं में भी पास करवाने की गारंटी लेता है। एक अभ्यर्थी से 5 से 7 लाख रूपए की राशि ली जाती और उक्त पूरी राशि परीक्षा में बैठने से पहले ही प्राप्त की जाती थी। उन्होंने कहा कि कॉन्सटेबल भर्ती के 40 से 50 अभ्यर्थियों से उक्त गिरोह ने सौदा कर रखा था।
एक्सपर्टस की लेता मदद
एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि उक्त गिरोह का सरगना भीखाराम बिश्नोई अनुपम कोचिंग सेंटर का संचालन करता है। इसके जरिए ही वह एक्सपर्टस व इंटेलीजेंट लोगां से सम्पर्क रखता  और उन्हें परीक्षा देने के लिए अच्छी रकम भी देता था।  अभ्यर्थी की शक्ल से मिलते जुलते एक्सपर्ट की फोटो एक फोटो स्टूडियो पर मिक्सिंग करवाई जाती और तीसरी फोटो तैयार करके परीक्षा फर्जी अभ्यर्थी यानि कि एक्सपर्ट द्वारा दिलवाई जाती। अधिकांश अभ्यर्थी उक्त परीक्षाआें में पास हो जाते और इनका काम दिनों दिन तरक्की करने लगा। एसपी दुष्यंत ने कहा कि काफी समय से कोचिंग सेंटर की आड़ में यह गिरोह चल रहा था। गत 3 माह से पुलिस ने भीखाराम व उसके दो साथियों के फोन भी सर्विलांस पर लगा रखे थे।
हरिराम की अह्म भूमिका
एसपी राजन दुष्यंत बताते हैं कि उक्त गिरोह का भण्डाफोड़ करने में हालांकि टीम वर्क का सहयोग रहा है लेकिन अह्म भूमिका कॉन्सटेबल हरिराम की रही है। हरिराम के कारण ही इस गिरोह को परीक्षा से पहले दबोच लिया गया और अन्य परीक्षाओं के संबंध में भी रिकॉर्ड मिल सका। उन्होंने कहा कि हरिराम की हौंसला अफजाई के लिए पुलिस मुख्यालय को भी लिखा जाएगा।
अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी
नकल गिरोह का कॉन्सटेबल परीक्षा से तीन दिन पहले भण्डाफोड़ होने से अभ्यर्थियां को राहत मिलेगी। पूर्व में ऑनलाईन परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा होने के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। इस बार भी यदि उक्त गिरोह परीक्षा के बाद पकड़ा जाता या परीक्षा रद्द करने की स्थिति आती तो अभ्यर्थी को खासी ठेस पहुंचती। जोधपुर जिला पुलिस की टीम बधाई की पात्र है। जिसने इतनी बड़ी परीक्षा में होने जा रही घपलेबाजी को समय से पहले ही रोक दिया।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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11-07-2018
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Tuesday, 10 July 2018

बड़ी वारदात अंजाम देने से पहले ही धर लिए गए 7 कुख्यात बदमाश



पिस्टल, रिवॉल्वर और जिंदा कारतूस सहित पौने दो लाख रूपए भी जप्त
अजमेर जिला पुलिस की किशनगढ़ सर्किल की टीम ने मंगलवार अलसुबह मार्बल नगरी में बड़ी कार्यवाही करते हुए 7 कुख्यात बदमाशों को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से धर दबोचा। उक्त बदमाश हथियारों से लैस थे और किसी बड़ी वारदात की प्लानिंग कर रहे थे। बदमाशों के कब्जे से दो कार, पौने दो लाख रूपए की नगदी के साथ ही पिस्टल, रिवॉल्वर और 9 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
किशनगढ़ वृताधिकारी ओमप्रकाश किलानिया ने बताया कि अलसुबह सूचना मिली कि मार्बल नगरी के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में बाहरी युवक रूके हुए हैं जो बदमाश प्रवृति के प्रतीत हो रहे हैं। इस पर तीन थानों की टीम के साथ दबिश दी गई। मौके पर 7 युवक मिले। उनकी तलाशी लेने पर एक देशी पिस्टल, एक रिवॉल्वर व 9 जिंदा कारतूस उनके कब्जे से मिले साथ ही 1 लाख 80 हजार रूपए की नगदी भी उनसे बरामद हुई। सभी बदमाशों से पूछताछ की गई तो यही सामने आया कि वह बड़ी वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से यहां आए थे। डीएसपी किलानिया ने कहा कि पकड़े गए बदमाशां के खिलाफ पूर्व में भी लूट, चोरी, मारपीट सहित कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
ये बदमाश गिरफ्तार
डीएसपी किलानिया ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में सबसे कुख्यात सांभर के नजदीकी गांव कंवरासर का रहने वाला जितेन्द्र राजपूत है जिसके खिलाफ पूर्व में लगभग 15 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं अन्य में बिलाड़ा निवासी नथमल जाट, नागौर के मारोठ का विष्णु सिंह, नांवा का सुरेश, सीकर का करण सिंह, भीलवाड़ा के आसींद का बिजेन्द्र पाल सिंह और बिलाड़ा का दिनेश उर्फ अशोक भी शामिल हैं।
किस गैंग से जुड़े हैं तार?
पुलिस को बदमाशां के कब्जे से भारी मात्रा में नगदी मिलने से सुपारी लेकर मौत के घाट उतारने का शक भी गहरा गया है। साथ ही पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि बदमाशों के तार किसी गैंग से तो जुडे़ हुए नहीं है। संभवतया पुलिस की जांच में ओर भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
इस कार्रवाई के लिए पूरी टीम बधाई की पात्र हैं। आज यदि समय पर टीम नहीं पहुंचती तो कोई बड़ी वारदात हो सकती थी जो मार्बल नगरी के लिए ही नहीं बल्कि पूरे जिले के लिए ही अच्छी खबर नहीं होती।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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10-07-2018
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Wednesday, 4 July 2018

अजमेर की मूक-बधिर बेटी इंग्लैंड में करेगी देश का नाम रोशन








मैनचेस्टर में आयोजित शतरंज प्रतियोगिता में भाग लेकर प्रतिभा का मनवाएगी लोहा
अजमेर की एक ऐसी बेटी जो ना तो बोल सकती है और ना ही सुन सकती है। उसका चयन इंग्लैण्ड के मैनचेस्टर में आयोजित शतरंज के लिए किया गया है। यह बेटी इंग्लैण्ड में जाकर अजमेर का नाम रोशन करेगी।
अजमेर के पंचशील नगर निवासी गिरधारी लाल जांगिड़ जो कि अजमेर रेलवे स्टेशन पर सहायक स्टेशन मास्टर के पद पर कार्यरत है। जांगिड़ की 26 वर्षीय बेटी स्वाति जांगिड़ बचपन से ही बोलने और सुनने में असमर्थ है। इस कमी के बावजूद भी ना तो गिरधारी लाल ने और ना ही स्वाति ने हार मानी। स्वाति लगातार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाती रही। स्वाति की पढ़ाई के साथ ही शतरंज में भी काफी रूचि थी। उसकी इस प्रतिभा के कारण ही इस बार इंग्लिश डेफ चैस एसोसिएशन की ओर से मैनचेस्टेर में आयोजित शतरंज प्रतियोगिता में स्वाति का चयन हुआ है। वह राजस्थान से एकमात्र ऐसी खिलाड़ी है जिसे इस प्रतियोगिता में जाने का अवसर मिला है। वैशालीनगर स्थित बधिर विद्यालय के प्रधानाचार्य संत कुमार सिंह ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता 6 जुलाई से 16 जुलाई तक आयोजित की जाएगी जिसमें कई देशों के प्रतियोगी भाग लेंगे। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए स्वाति जांगिड़ रवाना हो चुकी है। उसे माला पहनाकर और शुभकामनाएं देकर विदा किया गया। उन्हें उम्मीद है कि स्वाति अजमेर का नाम रोशन करके ही लौटेगी।
रिसर्च इंस्टीट्यूट की छोड़ी नौकरी
प्रधानाचार्य संत कुमार सिंह बताते हैं कि स्वाति जांगिड़ ने बधिर विद्यालय में ही शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद वह इंदौर के डैफ बिलिंगुअल एकेडमी में साईन लैंग्वेज की पढ़ाई करने गई थी। यहां से पढ़ाई करने के बाद उसने वैशाली स्थित स्कूल में दो साल तक बच्चों को पढ़ाया। इसी दौरान उसकी जॉब दिल्ली के साईन लैंग्वेज रिसर्च इंस्टीट्यूट में लग गई। उसने काफी समय तक यहां पर जॉब की। गत जून माह में उसने हायर स्टडीज के लिए नौकरी छोड़ दी और वापस इंदौर चली गई। वर्तमान में वह इंदौर से साईन लैंग्वेज का सी लेवल कोर्स कर रही है।
देश को दिलवा चुकी है मैडल
संत कुमार सिंह ने बताया कि स्वाति जांगिड़ इससे पहले ही भी अर्न्तराष्ट्रीय स्तर की शतरंज प्रतियोगिता में भाग लेकर देश को मैडल दिलवा चुकी है। वर्ष 2010 में बधिर शतरंज ओलम्पिक में स्वाति ने भारत को पांचवा स्थान दिलवाया, बधिर एशियाड़ 2012 जो कि ताशकंद में हुआ, इसमें स्वर्ण पदक और बधिर एशियाड़ 2015 जो मंगोलिया में हुआ, इसमें देश को चौथा स्थान दिलवाकर विश्व में नाम रोशन किया।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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04-07-2018
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Tuesday, 3 July 2018

कचरे का थैला पकड़ने वाले बच्चों के हाथ में कलक्टर डोगरा ने थमाया स्कूल बैग

चौरसियावास स्कूल में 50 बच्चां का तिलक लगाकर किया स्वागत
अजमेर की जिला कलक्टर आम आदमी के लिए कितनी गंभीर है, इसका उदाहरण एक बार फिर देखने को मिला। कलक्टर डोगरा ने कचरा बीनने वाले और समाज की मुख्य धारा से किसी कारणवश अलग हुए बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष निर्देश दिया था। इसके तहत मंगलवार को चौरसियावास स्कूल में ऐसे बच्चों को प्रवेश दिलवाकर डोगरा ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया। बच्चों को मुख्यधारा में प्रवेश करवाने के लिए कायड़ माईंस आर्थिक सहयोग प्रदान करेगी। कलक्टर डोगरा ने कायड़ माईंस प्रबंधन का आभार जताया। चौरसियावास स्कूल में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के बाद जिला कलक्टर ने बच्चों के साथ गले में हाथ डालकर फोटो खिंचवाए और उनके साथ खूब मस्ती भी की। बच्चे भी कलक्टर डोगरा का साथ पाकर चहक उठे।
2 घंटे निशुल्क टयूशन
जिला कलक्टर डोगरा ने कहा कि इन बच्चों मे से लगभग 20 बच्चे स्थानीय स्तर पर कचरा बीनने का कार्य करते थे। हिन्दूस्तान जिंक लिमिटेड़ कायड़ के सहयोग से संचालित ज्ञानम् एज्यूकेशन एण्ड सोशल वैलफेयर सोसायटी इन बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आगे आयी। संस्थान द्वारा बच्चों तथा उनके माता पिता से बातचीत की। इससे ये बच्चे विद्यालय से जुड़ गए। संस्था के द्वारा इनका शैक्षिक स्तर उन्नयन करने के लिए भी प्रसास किया जाएगा। विद्यालय समय के बाद रोजाना 2 घण्टे अलका आसवानी एवं रमा जोशी के द्वारा निःशुल्क टयूशन भी करवाया जाएगा।
इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर कैलाश चंद शर्मा, अबु सूफियान चौहान, नगर निगम की उपायुक्त ज्योति ककवानी, जिला शिक्षा अधिकारी तेजकरण उपाध्याय, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा, स्थानीय प्रधानाध्यापक नीरज शर्मा, स्थानीय पार्षद वीरेन्द्र कुमार वालिया, हिन्दूस्तान जिंक के महेश कुमार और ज्ञानम् एज्यूकेशन एण्ड सोशल वैलफेयर सोसायटी की डायरेक्टर अल्का गोदा सहित अन्य उपस्थित थे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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03-07-2018
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