बच्चों को घटिया गुणवत्ता का पोषाहार देकर कूट रहे थे चांदी, 50 लाख से अधिक की राशि जप्त
अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक कैलाश बिश्नोई ने नागौर जिले में आंगनबाड़ी केन्द्र पर आने वाले बच्चों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है साथ ही उनके कब्जे से 50 लाख से अधिक की रकम भी बरामद की गई है। मामले में ओर भी कई गिरफ्तारियां होना बाकी है।
एसपी कैलाश बिश्नोई ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नागौर जिले की आंगनबाड़ी केन्द्र में सप्लाई होने वाला पोषाहार बिलकुल घटिया सामग्री का है और इसके पीछे भ्रष्टाचार की बू भी आ रही है। इस पर उन्होंने नागौर की महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक उषा रानी और कुछ ठेकेदारों के नम्बर सर्विलांस पर लगाए। एक महिने में ही सारी हकीकत सामने आ गई। इस पर उन्होंने अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर और टौंक की कुल 11 टीमें गठित करके नागौर के रियांबड़ी, परबतसर, डेगाना सहित 7 स्थानों पर छापामार कार्रवाई अंजाम दी गई।
रिश्वत की राशि का भी एमओयू
एसपी बिश्नोई ने कहा कि विभाग की ओर से साफ निर्देश है कि पोषाहार स्वयं सहायता समूह के जरिए मंगवाई जाए और अधिकारियों पर पोषाहार की गुणवत्ता जांचने की जिम्मेदारी भी थी। इसके बावजूद उपनिदेशक उषा रानी ने सभी नियमों को ताक में रखकर ठेकेदारों के जरिए पोषाहार मंगवाना तो शुरू कर दिया। इसकी एवज में उनसे 25 प्रतिशत कमीशन देना तय किया। जिसका एमओयू भी करवाया गया। बिश्नोई ने कहा कि उषा रानी की टेबल से वह एमओयू भी बरामद किया गया है। वहीं ठेकेदार द्वारा दी गई 40 हजार की रिश्वत राशि के साथ ही 15 हजार की अन्य राशि भी जप्त करके गिरफ्तार किया गया।
फर्जी बिल और पोषाहार की सामग्री जप्त
एसपी बिश्नोई ने कहा कि उषारानी के अलावा ठेकेदार डेगाना निवासी हरी सिंह, चुई निवासी किशोर बेन्डा और डेगाना निवासी योगेश दायमा को गिरफ्तार किया है। उक्त सभी ठेकेदारों के घर पर फर्जी बिल और डिमाण्ड नोट के साथ सीलें भी बरामद हुई है। उक्त बिलों के कमरे ठेकेदारों ने भर रखे हैं। उन्होंने कहा कि ठेकेदार हरी सिंह के घर की तलाशी में 50 लाख रूपए की नगदी भी बरामद हुई जिसे जप्त किया गया है। फिलहाल तीनों ठेकेदारों व उपनिदेशक उषारानी को गिरफ्तार करके गहनता से पूछताछ की जा रही है।
खुलेंगे कई ओर राज
इस मामले में कई ओर राज खुलने की संभावना भी एसपी बिश्नोई ने जताई है। उनकी मानें तो अभी महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ सहित अन्य की भूमिका की भी जांच की जा रही है। वहीं उपरी अधिकारियों के भी मामले से तार जुड़े तो नहीं है। इसकी भी जांच चल रही है। बिश्नोई ने साफ कहा कि जो भी दोषी होगा उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
नहीं है शिकायतकर्ता
एसपी बिश्नोई के नेतृत्व में बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को भण्डाफोड़ कर टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पूरी टीम बधाई की पात्र है। खास बात तो यह है कि इस कार्रवाई में कोई भी शिकायतकर्ता नहीं है। एसपी बिश्नोई को इसकी सूचना मिली थी। इसके बाद ही उन्होंने आरोपियों को दबोचने के लिए पूरे सिस्टम को लगा दिया था और इसका परिणाम यह हुआ कि 4 मुख्य घपलेबाज तो धर लिए गए, वहीं अन्य के भी नाम सामने आ रहे हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987, 9351087614
31-07-2018
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