आरोपी डाॅक्टर की मां के नर्सिंग होम में रूकवाई थी भ्रूण हत्या
राज्य की पीसीएनडीटी टीम ने रामनगर पंचैली चैराहा स्थित के. एस. हाॅस्पिटल में भ्रूण लिंग की जांच करते डाॅक्टर भावन यादव सहित दो को गिरफ्तार किया है। अस्पताल की सोनोग्राफी मषीन भी जप्त की गई है।
सीनियर आईएएस एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मिशन निदेशक नवीन जैन ने बताया कि गत दिनों फाॅयसागर रोड़ स्थित किरण नर्सिंग होम में कन्या भ्रूण के गर्भपात करवाने की जानकारी मिली थी। इस पर गर्भपात को रूकवाया गया। मामले की जब जांच की गई तो सामने आया कि पंचैली चैराहा रामनगर स्थित के. एस. अस्पताल में डाॅ सुषीला यादव का बेटा डाॅ भावन यादव लिंग परीक्षण कर रहा है जबकि वह एमबीबीएस है और उसकी पत्नी रेडियोलाॅजिस्ट है। जानकारी मिलने के बाद टीम ने जाल बिछाकर एक गर्भवती महिला को तैयार किया और उसे 11 सितम्बर को बोगस ग्राहक बनाकर के एस हाॅस्पिटल भेजा। डाॅ भावन यादव ने महिला से पहले दस हजार रूपए मांगे और बुधवार को आने की बात कही। इस पर बुधवार को टीम ने महिला को भेजा। डाॅ यादव ने सोनोग्राफी कर दी और दस हजार रूपए दिए लेकिन मेल नर्स रामरघुनाथ चैधरी ने पांच हजार रूपए ओर देने की बात कही। जैसे ही पांच हजार ओर दिए। इसके बाद टीम ने दबिष देकर आरोपी डाॅ भावन यादव और उनके सहयोगी मेल नर्स राम रघुनाथ चैधरी को गिरफ्तार कर लिया साथ ही सोनोग्राफी मषीन भी जप्त कर ली गई। टीम में पीआईबी थाने के निरीक्षक उमेष निठरवाल, हैडकाॅन्सटेबल डालचंद, काॅन्सटेबल देवेन्द्र सिंह, षंकर लाल सहित अन्य थे।
जिला समन्वयक राजीव लोचन गुप्ता ने कहा कि जांच में यह सामने आया कि गर्भवती महिलाओं के कोख में पल रहे बच्चे के लिंग की जांच केएस अस्पताल में होती थी और इसके बाद उन्हें किरण नर्सिंग होम में ले जाकर उनका गर्भपात करवाया जाता था। यह गौरखधंधा पिछले कई समय से चल रहा था जिसका टीम ने पर्दाफाष कर दिया है।
नवीन वैष्णव,
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com
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