Saturday 23 September 2017

सच्चाई की हुई जीत, रोहन धमीजा गिरफ्तार

अग्रवाल समाज के युवा दम्पति को कार से टक्कर मारकर मौत के घाट उतारने वाले रोहन धमीजा को आखिरकार पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी रोहन धमीजा को न्यायाधीश के समक्ष भी पेश किया।
गत 9 सितम्बर की रात्रि में सावित्री स्कूल के पास शेखर गुप्ता की बाईक को कार ने टक्कर मार दी थी। इससे शेखर गुप्ता और उनकी पत्नी रीना गुप्ता की मौत हो गई थी और उनकी दो बेटियां एश्वर्या व रिद्धिमा हमेशा के लिए अनाथ हो गई। इस मामले में जहां पहले तक पुलिस रोहन को आरोपी ही नहीं मान रही थी वहीं आज आखिरकार पुलिस ने राजीव धमीजा के बेटे रोहन धमीजा को गिरफ्तार कर ही लिया।
उत्तर वृताधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि मामले की जांच में भले ही समय लगा हो, लेकिन गहनता से काॅल लोकेशन, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान सहित सभी को देखते हुए रोहन धमीजा को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जिस कुलदीप को ड्राईवर बताया गया था उसकी कोई गिरफ्तारी नहीं की गई थी। उससे केवल मात्र पूछताछ की गई थी।
थाने पर भी चला ड्रामा
रोहन धमीजा की गिरफ्तारी की खबर की जानकारी मिलते ही मीडियाकर्मी थाने पहुंच गए। मीडियाकर्मियों ने थानाधिकारी करण सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों से पूछा तो कोई भी इस संबंध में मुंह नहीं खोल रहा था। काफी समय तक मीडियाकर्मी परेशान होते रहे, पुलिस भी उन्हें गुमराह करती रही। पुलिस मीडिया के जाने के बाद आरोपी रोहन धमीजा को अदालत में पेश करने की ठान कर बैठी थी लेकिन मीडिया भी वहीं जमी रही और आखिरकार पुलिस को मीडिया के सामने गिरफ्तारी शो करनी पड़ी।
धमीजा की सफाई
आरोपी रोहन धमीजा के बेटे राजीव धमीजा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि उसका बेटा पूरी तरह निर्दोष है। घटना के दिन वह घर पर खाना खा रहे थे। इस बारे में पुलिस को भी बताया गया। मामले में मनीष गर्ग की गवाही भी करवाई गई लेकिन पुलिस ने उसे नहीं माना और आज सुबह से रोहन को थाने में बैठाकर रखा व गिरफ्तारी की कार्रवाई की।
एसपी राजेन्द्र सिंह का विशेष योगदान
उक्त पूरे मामले में जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह का विशेष योगदान रहा। जिस दिन मामले को उठाया गया उसी दिन एसपी राजेन्द्र सिंह ने पूरा आश्वासन दिया कि बच्चियों को न्याय दिलवाया जाएगा। भले ही कोई भी रसूखदार हो। वह आरोपी को नहीं बख्शेंगे और मामले की माॅनिटरिंग खुद करेंगे। आज उसी का नतीजा है राजीव धमीजा के बेटे की गिरफ्तारी संभव हो सकी है।
अग्रवाल समाज ने भी दिखाई थी एकता
उक्त मामले में अग्रवाल समाज ने भी एकता का परिचय दिया था और बच्चियों को न्याय दिलवाने के लिए सतत् प्रयासरत रहे। समाज के अध्यक्ष शेलेन्द्र अग्रवाल सहित अन्य नेता नियमित रूप से पुलिस अधिकारियों से सम्पर्क करते रहे और दोषी को सजा दिलवाने की मांग पर अड़े रहे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com


No comments:

Post a Comment