अग्रवाल समाज ने एसपी और कलक्टर को ज्ञापन देकर दिया सात दिन का अल्टीमेटम
अजमेर में गत दिनों सड़क हादसे में कार चालक की लापरवाही से मरने वाले दम्पति के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से अग्रवाल समाज में गहरा रोष व्याप्त है। समाज के लोगों ने शुक्रवार को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपने रोष का इजहार किया साथ ही जल्द से जल्द आरोपी कार ड्राईवर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
अग्रवाल समाज के अध्यक्ष शेलेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि गत 9 सितम्बर को तेज गति में आई उड़ीसा नम्बरी कार ने बाईक पर सवार शेखर गुप्ता और उनके परिवार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाईक पर मौजूद शेखर गुप्ता, उनकी पत्नी रीना गुप्ता, बेटियां रिद्धिमा और एश्वर्या गंभीर रूप से घायल हो गई। टक्कर मार कर आरोपी भाग छूटा। सभी को मित्तल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया जहां शेखर और रीना की इलाज के दौरान मौत हो गई। अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में सिविल लाईन थाना पुलिस कार चालक के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उसे संरक्षण दे रही है। उन्होंने यहां तक कहा कि आरोपी कार चालक ऊंचे रसूखों वाला व्यक्ति होने के कारण किसी अन्य व्यक्ति की भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि यदि वास्तविक आरोपी की सात दिन में गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो समाज को उग्र आंदोलन पर मजबूर होना पड़ेगा।
केन्द्रीय नेताओं का खास है आरोपी का पिता
मामले की जब पड़ताल की गई तो पुलिस के ही एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टक्कर मारने वाला ऊंचे रसूखदार व्यक्ति का बेटा है। उसके पिता के केन्द्रीय मंत्रियों सहित कई बड़े-बड़े लोगों से सम्पर्क है। इसके चलते कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि उड़ीसा नम्बर की गाड़ी को भी बदलने का प्रयास किया गया था लेकिन किसी कारणवश वह बदली नहीं जा सकी। पड़ताल में यह भी सामने आया कि आरोपी के पिता ने दुसरे व्यक्ति को खड़ा कर दिया जो अपने सिर इन मौतों की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हो गया है।
दो बेटियां हुई अनाथ
शेखर गुप्ता और उनकी पत्नी रीना गुप्ता की मौत के बाद से बेटी रिद्धिमा और एश्वर्या अनाथ हो गई है। फिलहाल तो उन दोनों का भी मित्तल अस्पताल में इलाज चल रहा है। बेटियों की ओर देखते हुए पुलिस को चाहिए कि भले ही कितना ही बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो। उसके खिलाफ कार्रवाई कर बच्चियों को न्याय दिलवाएं।
आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा
जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भले ही व्यक्ति कितना ही रसूखदार क्यों ना हो। यदि उसने घटनाकारित की है तो किसी भी सूरत में उसे बख्शा नहीं जाएगा। वह इस मामले की खुद माॅनिटरिंग करेंगे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com
अजमेर में गत दिनों सड़क हादसे में कार चालक की लापरवाही से मरने वाले दम्पति के मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से अग्रवाल समाज में गहरा रोष व्याप्त है। समाज के लोगों ने शुक्रवार को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपने रोष का इजहार किया साथ ही जल्द से जल्द आरोपी कार ड्राईवर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
अग्रवाल समाज के अध्यक्ष शेलेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि गत 9 सितम्बर को तेज गति में आई उड़ीसा नम्बरी कार ने बाईक पर सवार शेखर गुप्ता और उनके परिवार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाईक पर मौजूद शेखर गुप्ता, उनकी पत्नी रीना गुप्ता, बेटियां रिद्धिमा और एश्वर्या गंभीर रूप से घायल हो गई। टक्कर मार कर आरोपी भाग छूटा। सभी को मित्तल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया जहां शेखर और रीना की इलाज के दौरान मौत हो गई। अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में सिविल लाईन थाना पुलिस कार चालक के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उसे संरक्षण दे रही है। उन्होंने यहां तक कहा कि आरोपी कार चालक ऊंचे रसूखों वाला व्यक्ति होने के कारण किसी अन्य व्यक्ति की भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि यदि वास्तविक आरोपी की सात दिन में गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो समाज को उग्र आंदोलन पर मजबूर होना पड़ेगा।
केन्द्रीय नेताओं का खास है आरोपी का पिता
मामले की जब पड़ताल की गई तो पुलिस के ही एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टक्कर मारने वाला ऊंचे रसूखदार व्यक्ति का बेटा है। उसके पिता के केन्द्रीय मंत्रियों सहित कई बड़े-बड़े लोगों से सम्पर्क है। इसके चलते कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि उड़ीसा नम्बर की गाड़ी को भी बदलने का प्रयास किया गया था लेकिन किसी कारणवश वह बदली नहीं जा सकी। पड़ताल में यह भी सामने आया कि आरोपी के पिता ने दुसरे व्यक्ति को खड़ा कर दिया जो अपने सिर इन मौतों की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हो गया है।
दो बेटियां हुई अनाथ
शेखर गुप्ता और उनकी पत्नी रीना गुप्ता की मौत के बाद से बेटी रिद्धिमा और एश्वर्या अनाथ हो गई है। फिलहाल तो उन दोनों का भी मित्तल अस्पताल में इलाज चल रहा है। बेटियों की ओर देखते हुए पुलिस को चाहिए कि भले ही कितना ही बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो। उसके खिलाफ कार्रवाई कर बच्चियों को न्याय दिलवाएं।
आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा
जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भले ही व्यक्ति कितना ही रसूखदार क्यों ना हो। यदि उसने घटनाकारित की है तो किसी भी सूरत में उसे बख्शा नहीं जाएगा। वह इस मामले की खुद माॅनिटरिंग करेंगे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com
No comments:
Post a Comment