Wednesday 1 August 2018

सरकारी योजनाओं के पचास लाख रूपए प्रतिमाह हजम कर रहा था गिरोह


महिला उपनिदेशक सहित चारों आरोपी एक दिन के पीसी रिमाण्ड पर
अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा नागौर जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग में किए गए भण्डाफोड़ में पचास लाख रूपए हर महिने गिरोह द्वारा हजम करने की बात सामने आई है। बुधवार को महिला उपनिदेशक और तीन ठेकेदारों को एसीबी की विशेष अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें एक-एक दिन के पीसी रिमाण्ड पर सौंपा गया है।
अजमेर एसीबी के पुलिस अधीक्षक कैलाशचन्द्र बिश्नोई ने बताया कि मंगलवार को गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों से जब गहन पूछताछ की गई तो सामने आया कि वह केवल पोषाहार में ही नहीं बल्कि विभाग की सभी परियोजनाओं में घपला कर रहे थे। हर माह लगभग पचास लाख रूपए की राशि महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक, अधिकारी-कर्मचारी और ठेकेदार हजम कर रहे थे। इसे हजम करने के लिए फर्जी स्वयं सहायता समूह भी खोले गए थे जो कि ठेकेदारों द्वारा ही संचालित किया जाता।
हरी सिंह है दुसरा उपनिदेशक
एसपी बिश्नोई ने कहा कि जांच में यह भी सामने आया कि ठेकेदार हरी सिंह को विभाग का दुसरा उपनिदेशक कहा जाता था। वह पूरे विभाग को अपने अनुसार चलाता और विभाग के कार्मिकों को 25 प्रतिशत कमीशन बांट देता। जिससे कि कोई भी उसकी शिकायत नहीं करता। उन्होंने कहा कि अधिकांश बिल हरी सिंह के घर पर ही तैयार होते और विभाग का अधिकारी तुरंत उसे पास कर देता।
छह माह से सप्लाई नहीं
एसपी बिश्नोई की मानें तो कई ऐसे सेंटर्स भी है जहां पर पिछले छह माह में एक बार भी खाद्य सामग्री नहीं पहुंची। जिन लाभान्वितों को यह सामग्री मिलनी थी, उन्हें कोई बहाना बनाकर चलता कर दिया जाता था और उक्त सामग्री की रकम का 25 प्रतिशत विभाग और बाकि का ठेकेदार जीम जाते थे।
गर्भवती महिलाओं व बच्चों की भी योजनाएं
एसपी बिश्नोई ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग में गर्भवती महिलाओं, 0 से 7 साल तक के बच्चों, आंगनबाड़ी पर आने वाले बच्चों के लिए विभिन्न परियोजनाएं चलाकर पोष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाता है। नागौर में यह पूरा गिरोह इन वंचितों को लाभ पहुंचाने की बजाय खुद ही चांदी कूटने में लगा हुआ था। आज चारों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमाण्ड की मांग की गई लेकिन न्यायाधीश महोदय ने एक दिन का रिमाण्ड स्वीकृत किया। गुरूवार को पुनः रिमाण्ड मांगा जाएगा। बिश्नोई ने कहा कि विभाग के सीड़ीपीओ सहित कई अन्य लोग भी संदेह के दायरे में है जिनकी भूमिका सामने आते ही गिरफ्तारियां होंगी।
मंत्री जी का खास है ठेकेदार!
एसीबी के हत्थे चढ़े गिरोह में शामिल एक ठेकेदार राज्य सरकार के एक मंत्री जी का काफी नजदीकी बताया जा रहा है। फिलहाल एसीबी को मंत्री जी का मामले में हाथ होना सामने नहीं आया है। फिर भी बारिकी से इसकी जांच में स्वयं एसपी कैलाशचन्द्र बिश्नोई जुट गए हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987, 9351087614
01-08-2018
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