Friday 7 April 2017

लोग चाहते हैं इसलिए प्रोफेसर लगाते हैं देवनानी!

केप्शन- देवनानी द्वारा गणतंत्र दिवस पर दिया गया शुभकामना संदेश
हाईकोट ने देवनानी और मुख्य सचिव को दिया नोटिस
शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी के साथ कोई ना कोई विवाद जुड़ा ही रहता है। एक बार फिर देवनानी विवादों में आ गए हैं। इस बार देवनानी को हाईकोर्ट ने नोटिस जारी कर पूछा है कि वह आधार पर अपने नाम के आगे प्रोफेसर लगाते हैं।
हाईकोर्ट ने शुक्रवार को लोकेश शर्मा की ओर से लगाई गई याचिका पर सुनवाई करते हुए सूबे के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी और मुख्य सचिव को नोटिस देकर जवाब तलब किया है। न्यायाधीश मनीष भंडारी की खंडपीठ ने यह नोटिस जारी किए हैं।
याचिकाकर्ता लोकेश शर्मा की एडवोकेट मनजीत कौर ने बताया कि पिछले लम्बे समय से वह शिक्षा विभाग, राज्य सरकार से देवनानी के प्रोफेसर लगाने के विषय में सवाल कर रहे हैं लेकिन कोई भी उनकी सुनवाई नहीं कर रहा। यहां तक कि लोकायुक्त को भी इस बारे में लिखा गया और विधानसभा में भी जवाब मांगा गया लेकिन उन्हंे संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया। कौर ने बताया कि देवनानी से सीधे भी पत्र के जरिए जवाब मांगा गया तो उनके निजी सचिव ने कहा कि लोग चाहते हैं इसलिए देवनानी अपने नाम के आगे प्रोफेसर लगाते हैं। कौर ने कहा कि न्यायाधीश मनीष भण्डारी ने चार सप्ताह में मुख्य सचिव व देवनानी को जवाब तलब करने के निर्देश दिए हैं।
पोर्टल पर भी प्रोफेसर
एडवोकेट मनजीत कौर ने बताया कि उन्होंने देवनानी की एजुकेशन का पता किया तो यह सामने आया कि देवनानी बी.ई किए हुए हैं। प्रोफेसर लिखने का अधिकारी देवनानी को नहीं है इसके बावजूद भी सरकारी दस्तावेजों, शिक्षा विभाग के पोर्टल सहित सभी स्थानों पर प्रोफेसर लिखा हुआ है जो कि गलत है। देवनानी कभी भी प्रोफेसर नहीं रहे हैं। पूर्व में यह लेक्चरर थे और उसी आधार पर प्रोफसेर शब्द का प्रयोग कर रहे हैं जो कि न्यायसंगत नहीं है।
क्या है नियम
मनजीत कौर ने बताया कि कोई भी व्यक्ति प्रोफेसर पद का प्रयोग तब कर सकता है जब वह इस पद पर हो। यदि कोई पूर्व में भी रहा हुआ हो तो भी वह प्रोफेसर नहीं लिख सकता। इसी तरह एमबीबीएस करके किसी अन्य प्रोफेशन में आने वाले व्यक्ति भी यदि डाॅक्टर लगाते हैं तो यह भी नियम विरूद्ध है।
गौरतलब है कि शिक्षा राज्यमंत्री ने पूर्व में अकबर के किले का नाम बदलने, गाय द्वारा आॅक्सीजन छोड़ने, सरकारी समारोह में वरिष्ठ व्याख्याता के बाल पकड़ कर घसीटे जोने सहित अन्य मामलों के विवाद जुडे़ हुए हैं। वहीं एक विवाद ओर जुड़ गया है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार) अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com

No comments:

Post a Comment