Thursday, 31 May 2018

डॉ गोखरू ही रहेंगे मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, आवेदनकर्ता हुए निराश

अमेरिका में आयोजित काॅन्फ्रेंस में अवाॅर्ड प्राप्त करते डाॅ गोखरू
अजमेर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य पद पर फिलहाल डाॅ आर के गोखरू ही बने रहेंगे। डाॅ गोखरू का कार्यकाल 31 मई को पूरा होना था। इसको लेकर मेडिकल काॅलेज के कई डाॅक्टर्स ने काॅलेज के प्राचार्य पद के लिए आवेदन भी किया लेकिन जब गोखरू के ही प्राचार्य रहने की जानकारी मिली तो वह निराश हो गए।
दरअसल 30 मार्च 2018 को राज्य सरकार ने मेडिकल काॅलेज प्रोफेसर की सेवानिवृति की आयु को 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दिया था लेकिन प्रशासनिक पद के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया गया। ऐसे में जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ यू.एस. अग्रवाल ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने उन्हें यथास्थिति के आदेश प्रदान करते हुए 12 जुलाई को सुनवाई निर्धारित की। इसी को देखते हुए डाॅ गोखरू ने भी 24 मई को अदालत में रिट लगा दी। उनकी रिट पर भी वही आदेश हुआ। अब गोखरू 12 जुलाई तक तो जेएलएन अस्पताल के प्राचार्य बने रहेंगे। वहीं इसके बाद अदालत क्या आदेश करेगी, उसके अनुसार आगे का तय हो सकेगा।
शाम तक असमंजस
मेडिकल काॅलेज में शाम तक प्राचार्य पद को लेकर असमंजस बना रहा। कुछ डाॅक्टर्स ने तो मुझे भी मैसेज और काॅल करके डाॅ गोखरू के पद संबंधी जानकारी ली। संभवतया कुछ ही लोगांे को डाॅ गोखरू द्वारा भी अदालत में जाने की जानकारी थी। अधिकांश को यही उम्मीद थी कि डाॅ गोखरू रीलिव हो जाएंगे या सरकार से अपना कार्यकाल बढ़़वा लेंगे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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31-05-2018
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कॉलेज छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान, सुसाईड़ नोट में परिजनों को प्यार

अजमेर के अलवर गेट थाना क्षेत्र के पालबीचला स्थित शिवचैक में रहने वाले टीकमचंद कच्छावा की 18 वर्षीय बेटी आरती ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। आरती ने बी.ए. फाईनल ईयर की इसी वर्ष परीक्षा दी थी। आरती ने किन परिस्थितियों में फांसी लगाई फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
अलवर गेट थाने के एएसआई दयानंद ने बताया कि पालबीचला स्थित शिवचैक से युवती के फांसी लगाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर हालत की जानकारी ली। कमरे से मृतका का लिखा सुसाईड नोट बरामद हुआ जिसमें उसने मम्मी, पापा, दादा, दादी, भाई के लिए बहुत प्यार करने की बात लिखी और मौत के लिए खुद को जिम्मेदार बताया। अंत में उसने मम्मी-पापा आई लव यू भी लिखा।
परिजन सदमे में
परिजनों की मानें तो आरती हंसमुख स्वभाव की थी और हमेशा सबको खुश रखती थी। वह ऐसा कदम उठा सकती है। इस बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। उसकी मौत की खबर से परिजन ही नहीं बल्कि रिश्तेदार व आस-पड़ोसी भी सदमे में है।
दो जिंदगी होगी रोशन

आरती भले ही अब इस दुनिया में नहीं हो लेकिन उसकी आंखों से दो लोगों की दुनिया रोशन हो सकेगी। आरती के परिजनों ने आई बैंक सोसायटी को आंखे दान करने की रजामंदी दी और इसके बाद आरती के काॅर्निया सोसायटी की टीम ने प्राप्त किए। अब यह काॅर्निया किसी नेत्रहीन की अंधेरी दुनिया को जगमगाहट प्रदान करेंगे। आरती के परिजनों का यह कदम सराहनीय है। आरती की पुण्य आत्मा की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करते हैं साथ ही उसके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति भी दे।
आत्महत्या नहीं है अंतिम उपाय
अमूमन देखा जाता है कि स्टूडेंटस यदि परीक्षा में फेल हो गए या फिर कम अंक आए तो वह इससे डिप्रेशन में आकर खुदकुशी कर लेते हैं, या फिर दुसरे लोग अपने मन के मुताबिक कोई काम नहीं होने या जीवन में आ रही परेशानियों को दिल से लगा बैठते हैं और अपनी जान दे देते हैं। क्या आत्महत्या करना ही अंतिम उपाय है? तो इसका उत्तर ना ही होगा। यदि स्टूडेंटस या प्रतियोगी परीक्षा का अभ्यर्थी एक परीक्षा में फेल हो भी गया तो क्या, भविष्य में वह अच्छी मेहनत करके उस परीक्षा को अच्छे अंको से भी पास कर सकेगा। यही बात अगर परेशानियों की करें तो परेशानियां भी खत्म हो सकती हैं लेकिन यह तभी होगा जब आप इन परेशानियों से हार नहीं मानें और डटकर मुकाबला करें।
प्राॅब्लम्स शेयर करें
मेरा इस ब्लाॅग के जरिए यही निवेदन है कि यदि कभी किसी के भी मन में ऐसा करने का एक बार भी विचार आए तो वह पहले अपनी परेशानियों को सोचें। फिर जो भी उनका सबसे खास व्यक्ति हो उससे इन परेशानियों को साझा करें। रिसर्च बताते हैं कि आप ऐसा करके तनाव से थोड़ा मुक्त होंगे और यह विचार भी आपके जहन से निकल जाएगा। आत्महत्या करने का जो विचार होता है वह क्षणिक ही होता है, यदि वह पल टला तो मानों कि आत्महत्या का विचार टल जाएगा।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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Saturday, 26 May 2018

छोटा हाथ मारते-मारते तोड़ डाला एटीएम, अब होगी जेल

कहते हैं कि समय रहते यदि बुरी आदतें नहीं छोड़ी जाती तो वह आगे चलकर परेशानी का सबब बन जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ बिहार निवासी और वर्तमान में अजमेर के तारागढ़ पर रहने वाले रबिन उर्फ रवि के साथ। रवि पहले दरगाह बाजार क्षेत्र में छोटी-मोटी जेबतराशी करता था लेकिन कभी पकड़ा नहीं गया तो इस बार उसने बड़ा हाथ मारने की योजना बनाई और अपने साथी मौहम्मद जावेद के साथ डीएवी काॅलेज के सामने स्थित यूको बैंक के एटीएम पर पहुंच गया। अलसुबह उसने एटीएम मशीन पर हथोड़े बरसाकर रूपए लूटने का प्रयास किया, लेकिन वह इसमें नाकाम रहा। अब पुलिस ने उसे एक साथी के साथ गिरफ्तार करके रिमाण्ड पर लिया है। रिमाण्ड अवधि के बाद उसे जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया जाएगा।
घटना 22 मई की अलसुबह की है। सूचना मिलते ही रामगंज थाना पुलिस ने मौका मुआयना किया और मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की। वारदात में नाकाम रहा रबिन तमाशबीन के तौर पर पहुंच गया एटीएम के बाहर। यहां पुलिस के एक सिपाही को उसकी हरकतों पर शक हुआ। उसका पीछा किया गया लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिल सके। बाद मंे हुलिए के आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने कबूल लिया कि उसी ने वारदात अंजाम दी है। वारदात में उसका साथी मौहम्मद जावेद भी था। पुलिस ने जावेद को भी गिरफ्तार कर उक्त वारदात का पर्दाफाश किया।
आदतन नशेड़ी है जावेद
पुलिस के सामने यह बात भी आई कि मौहम्मद जावेद आदतन नशेड़ी है। जावेद को नशा करवाकर और रूपयांे का लालच देकर ही रबिन उसे अपने साथ ले गया। फिलहाल जावेद का भी रिकाॅर्ड पुलिस खंगाल रही है। अब तक उसके खिलाफ कोई आपराधिक मामलों की पुलिस को जानकारी नहीं है।
बधाई के पात्र है टीम के सदस्य
उक्त वारदात का खुलासा करने वाली रामगंज थाना पुलिस की टीम बधाई के पात्र हैं। टीम ने केवल मात्र 4 दिन में आरोपियों को दबोच लिया है। कार्रवाई करने वाले सदस्यों में थानाधिकारी अजयकांत रतूड़ी, एएसआई विजय कुमार मीणा, हैडकाॅन्सटेबल ओम बिश्नोई, किशन दत्त, रणवीर सिंह, काॅन्सटेबल योगेश कुमार, बाबूलाल, हिम्मत, प्रहलाद सिंह, गिरिजाशंकर, श्रवण सिंह, रामेश्वरलाल सहित अन्य थे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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शातिर बाईक गिरोह का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार

अजमेर की क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस ने शनिवार को शातिर बाईक गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बाईक भी बरामद कर ली है। वहीं लूटे गए माल की बरामदगी के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है।
अजमेर उत्तर वृताधिकारी डाॅ दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने खुलासा करते हुए बताया कि शहर में पिछले कुछ समय से पर्स, चैन लूटने की वारदातें हो रही थी। इसको लेकर टीमें प्रयास कर ही रही थी कि शुक्रवार को क्रिश्चयनगंज थाने के काॅन्सटेबल गोपाल के पास ही रहने वाली टीचर सुनिता माथुर के गले से बदमाशों ने सोने की चैन उड़ा ली। जैसे ही गोपाल को इसकी भनक लगी। गोपाल ने स्थानीय दो लोगांे की मदद से बदमाशों की बाईक का नम्बर ट्रेस कर लिया। इसके बाद थाने के उपनिरीक्षक मनीष वैष्णव, हैडकाॅन्सटेबल भगवान और अन्य टीम ने चोरों बदमाशों को दबोच लिया।
रैकी करते थे बाबू
डाॅ राजपुरोहित ने कहा कि गिरोह के दो सदस्य रैकी सुनसान ईलाकों में किसी भी बहाने से रैकी करते थे। रैकी करने वाले दोनों सदस्यों का नाम बाबू है। एक बाबूलाल कुम्हार उदपुरिया सामोद, जयपुर का और दुसरा हरिवंश टण्डन उर्फ बाबू नवाब का बेड़ा स्थित गंगा के मकान का रहने वाला है। वहीं वारदात अंजाम देने वाले दोनों शातिर है। पहाड़गंज निवासी अशोक नाथ और इंसाफ अली उर्फ साहिल बाईक पर आकर झपट्टा मारकर चैन और पर्स छीनकर रफूचक्कर हो जाते थे। फिलहाल अशोक और इंसाफ को बापर्दा रखा गया है।
महंगे शौक ने बनाया बदमाश
डाॅ राजपुरोहित कहते हैं कि चार में से तीन बदमाश आदतन है। इनके खिलाफ पूर्व में भी चोरी, नकबजनी, लूट सहित अन्य मुकदमे दर्ज हैं। लगभग सभी अपने महंगे शौक के कारण इस धंधे में आए और अब इन्होंने इसे ही अपना पेशा बना लिया। जेल से छूटने के बाद फिर से यह इसी काम में अपना हाथ आजमाते हैं।
सौ फीसदी बरामदगी
कार्यवाहक थानाधिकारी व उपनिरीक्षक मनीष वैष्णव ने बताया कि आरोपियों ने अजमेर व आस-पास के ईलाकों में दर्जनांे वारदातें अंजाम दी है। सभी आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमाण्ड लिया जाएगा। उन्हंे उम्मीद है कि थाना क्षेत्र की वारदातों में सौ फीसदी बरामदगी कर ली जाएगी।
एक ओर तैयार
क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस ने इस गिरोह का तो पर्दाफाश कर दिया लेकिन एक महिला गिरोह ओर पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। दरअसल तीन महिलाआंे के इस गिरोह के हरिभाउ उपाध्याय नगर स्थित शाॅपिंग काॅम्पलेक्स से दिनदहाड़े कपड़े और घरेलू सामान चुरा लिया। दरअसल महिलाओं ने अपनी साड़ी के नीचे एक थैला लटका रखा था। महिलाएं सैल्समेन की नजरें चुराकर उसमें सामान भरती गई और बाद में वहां से चलती बनी। यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में भी दर्ज हुई है। कार्यवाहक थानाधिकारी मनीष वैष्णव ने कहा कि चोरी की रिपोर्ट मिली है। सीसीटीवी के आधार पर महिलाओं की तलाश की जा रही है।
नोट- आप उक्त वारदात के सीसीटीवी फुटेज मेरे फेसबुक पेज पर देख सकते हैं।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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Friday, 25 May 2018

भ्रूण लिंग परीक्षण करने वालों पर फिर शिकंजा, गुजरात से तीन गिरफ्तार

राज्य का पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ गर्भ में पल रही बच्चियों गंभीर है। इस प्रकोष्ठ ने अब तक 116 डिकाॅय आॅपरेशन अंजाम देकर कई लोगांे को जेल के सीखचांे के पीछे धकेला है। इस प्रकोष्ठ ने अबकी बार गुजरात के हिम्मत नगर में कार्रवाई करते हुए एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी कार्रवाई का श्रेय प्रकोष्ठ के मुखिया आईएएस नवीन जैन को जाता है। जैन स्वयं इनकी निगरानी करते हैं और ऐसा घिनौना काम अंजाम देने वाले लोगांे को उनकी असली जगह तक पहुंचा कर ही सांस लेते हैं।
राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एन. एच. एम. नवीन जैन ने बताया कि हिम्मत नगर स्थित खुशबू मेटर्निटी सर्जिकल सोनोग्राफी एण्ड लेप्रोस्काॅपी हॉस्पिटल में राजस्थान की गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच उदयपुर के दलालो के माध्यम से करने की सूचना मिली। सूचना की जांच करवाई गई। पुष्टि होने के बाद डिकाॅय आॅपरेशन की प्लानिंग की गई। तय रणनीति तहत शुक्रवार को डिकॉय गर्भवती महिला व डिकॉय सहयोगी को तयशुदा राशि लेकर उदयपुर के उदयपोल पर दलाल साबिर उर्फ सेठीया के पास भेजा गया। जहां उसने तय की गई रकम 50 हजार रूपए ली। यहां से दलाल साबिर उर्फ सेठिया गर्भवती महिला व सहयोगी महिला को बस से हिम्मत नगर लेकर गया। पीसीपीएनडीटी की टीम ने उसका पीछा किया। गुजरात के हिम्मत नगर स्थित खुशबू हॉस्पीटल के चिकित्सक डॉ महेश परमार ने गर्भवती महिला के भ्रूण लिंग की जांच की और उसके गर्भ में बेटी होने की बात कही। डिकाॅय सहायिका ने जैसे ही टीम को ईशारा किया तो टीम ने वहां दबिश देकर दलाल साबिर उर्फ सेठिया, उसकी बुआ की लड़की शमीम और हाॅस्पिटल के नर्सिंग कर्मचारी फारूख को दबोच लिया। जैन ने कहा कि डाॅ महेश टीम को गच्चा देकर भागने में कामयाब हो गया। अस्पताल से सोनोग्राफी मशीन सहित अन्य सामान भी जप्त किए गए।
50-50 की हिस्सेदारी
जैन ने बताया भ्रूण लिंग जांच के लिए 50 हजार रूपए की राशि उक्त गिरोह ने निर्धारित कर रखी थी। इसमें से 25 हजार रूपए डाॅ महेश लेता था जबकि 25 हजार रूपए दलाल सेठिया और उसकी बहिन शमीम लिया करते थे। इस कार्रवाई में भी डाॅ महेश ने हाथों हाथ खुद के रूपए अपने पास रखे और 25 हजार रूपए की राशि दलाल सेठिया को थमा दी थी। सेठिया से उक्त 25 हजार रूपए तो बरामद हो गए लेकिन डाॅ महेश के फरार होने से 25 हजार की रकम भी बरामद नहीं हो पाई।
राज्य से बाहर 34वां डिकाॅय
जैन ने कहा कि गर्भ में लिंग की जांच करने वालों के खिलाफ चलाए हुए अभियान के तहत रंगे हाथ पकड़ने का दौर लगातार जारी है। अब तक 116 डिकाॅय आॅपरेशन हुए हैं। इसमें से 34 राज्य से बाहर के हैं। राज्य से बाहर भी उनकी टीम कार्रवाई करके दोषियों को जेल की राह दिखाती है।
उक्त टीम ने की कार्रवाई
उक्त कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिह के नेतृत्व में डिकाॅय दल पुलिस निरीक्षक ईश्वर प्रसाद, हैड कॉन्स्टेबल डालचंद, देवेन्द्र सिंह शेखावत, लालुराम, उदयपुर जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक मनीषा भटनागर, शफीक इकबाल शेख चित्तौड़गढ़, कपिल  भारद्वाज राजसमन्द, संदीप शर्मा प्रतापगढ सहित अन्य ने अंजाम दी।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, गर्म हवाएं हो सकती है जानलेवा

भारत मौसम विज्ञान विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने राजस्थान में 25 मई से 29 मई तक को लेकर अलर्ट जारी किया है। इन पांच दिनों में आम दिनों की तुलना में अधिक गर्म हवाएं चलने और यह आमजन के लिए जानलेवा भी बताया है।
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद राजस्थान पुलिस के राज्य आपदा प्रतिसाद बल एसडीआरएफ के एडीजी भगवान लाल सोनी ने आदेश जारी कर इस अलर्ट में विशेष ध्यान रखने की बात कही है। उन्होंने आदेश के जरिए कहा कि प्रदेश में इन पांच दिनों में सामान्य से अधिक गर्म हवाएं चलेंगी जो जनमानस के लिए जानलेवा सिद्ध हो सकती है। ऐसे में खास तौर से बच्चांे, बुजुर्गों व पशु धन को इससे बचाकर रखें।
यह ना करें
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलेज के प्रोफेसर डाॅ अनिल सामरिया ने बताया कि बाहर खुले में जाने से बचें। विशेष तौर से दोपहरे  में जब धूप तेज हो । यदि आवश्यक हो तो अपने आप को ढ़ककर जाएं। धूप के सीधे प्रयोग में नहीं आए। फ्रीज की और तली हुई वस्तुआंे का भी प्रयोग ना के बराबर करें।
यह है बचाव
डाॅ सामरिया कहते हैं कि इससे बचने के लिए अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। प्यास नहीं होने पर भी हर थोड़ी देर में पानी पीएं। छाछ, नींबू पानी का भी प्रयोग करंे। यात्रा करने से बचें। यदि यात्रा करनी पड़े तो मुंह, नाक और कान ढ़ककर रहें। इसके बाद भी यदि तबियत बिगड़े तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। चिकित्सक की सलाह के बिना किसी भी दवाई का प्रयोग नहीं करें।
मेडिकल प्रबंधन को विशेष निर्देश
इस अलर्ट के चलते चिकित्सा विभाग को भी विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। आपातकालीन विभाग में पूरी व्यवस्था रखने और मरीज को आते ही उपचार देने के लिए राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं। विभाग के अधिकारियों की मानें तो डाॅक्टर्स और नर्सिंग स्टाॅफ को पुरी तरह से अलर्ट कर रखा है जिससे कि समय पर ईलाज हो सके।
नवीन वैष्णव
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Thursday, 24 May 2018

नाबालिग दुष्कर्म पीड़िताओं को मिल रहा न्याय, अधिकांश आरोपियों को उम्रकैद

भान्जी को अपनी हवस का शिकार बनाने वाले मुंहबोले मामा को उम्रकैद
अजमेर की अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति व पोक्सो न्यायालय में चल रहे अधिकांश मामलों में दुष्कर्म की नाबालिग पीड़िताओं के साथ घिनौना कृत्य करने वाले आरोपियों को उम्रकैद की सजा दिलवाई जा रही है। इससे पीड़िताओं को न्याय मिल रहा है। न्यायालय की न्यायाधीश बृजमाधुरी शर्मा व  विशेष लोक अभियोजक पंकज जैन इसके लिए बधाई के पात्र हैं। आज भी एक आरोपी को न्यायाधीश शर्मा ने कठोर आजीवन कारावास व जुर्माने से दण्डित करने की सजा सुनाई।
अजमेर की अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति व पोक्सो न्यायालय की न्यायाधीश बृजमाधुरी शर्मा व विशिष्ट लोक अभियोजक पंकज जैन नाबालिग बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाने वाले दरिंदो को उम्रकैद की सजा दिलवाकर समाज को एक संदेश दे रहे हैं। गुरूवार को भी एक मुंह बोले मामा की घिनौनी करतूतों पर उसे कठोर आजीवन कारावास की सजा से दण्डित किया गया।
15 माह में फैसला
अमूमन कहा जाता है कि न्यायालय में मामला चलने के बाद काफी समय निकल जाता है लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए मात्र 15 माह में इसका फैसला कर दिया गया। विशिष्ट लोक अभियोजक पंकज जैन ने बताया कि 16 फरवरी 2017 को दरगाह थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता की मां ने अदालत में परिवाद दर्ज करवाया जिसमें बताया कि मेहबूब बेग उसका मुंह बोला भाई है। वह उसकी नाबालिग बच्ची का अपहरण कर अपने साथ ले गया है। अदालत के आदेश पर दरगाह थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने 11 मार्च 2017 को आरोपी मेहबूब बेग को गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। जैन ने कहा कि मामले में पीड़िता के 164 के बयान दर्ज करवाए गए जिसमें उसने कहा कि अक्सर वह घर में अकेली होती थी और मेहबूब बेग उसके साथ जबरन दुष्कर्म करता और इस बारे में किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी देता। 16 फरवरी को भी वह धमकी देकर अपने साथ रतलाम ले गया और उसे कई अन्य स्थानों पर ले जाकर उसके साथ मर्जी के विरोध दुष्कर्म किया। जैन ने बताया कि मामले में 5 गवाह व 21 दस्तावेज प्रदर्शित करवाए जिसके आधार पर न्यायाधीश बृजमाधुरी शर्मा ने आरोपी मेहबूब बेग को दोषी करार देते हुए विभिन्न धाराओं के तहत कठोर आजीवन कारावास और 1 लाख 21 हजार रूपए के जुर्माने की सजा सुनाई।
रिश्तों से उठेगा विश्वास
जैन ने कहा कि न्यायाधीश बृजमाधुरी शर्मा ने मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि पीड़िता मेहबूब बेग पर मामा की तरह विश्वास करती थी और मेहबूब बेग ने रिश्तों को कलंकित किया है। यदि ऐसे आरोपी को सजा नहीं दिलवाई गई तो रिश्तों से लोगों का विश्वास उठ जाएगा।
दर्जनों को करवा चुके सजा
न्यायाधीश बृजमाधुरी शर्मा व विशिष्ठ लोक अभियोजक पंकज जैन अब तक नाबालिग बच्चियांे से दुष्कर्म के दर्जनों आरोपियों को उम्रकैद और जुर्मान की सजा से दण्डित करवा चुके हैं। उनका उद्देश्य है कि ऐसे लोगों को सजा मिलने से ऐसी घटनाआंे पर अंकुश लग सकेगा और समाज का माहौल अच्छा रहेगा।
नवीन वैष्णव
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Tuesday, 22 May 2018

आनासागर जेटी पर फायरिंग करने वाला बदमाश निकला कुख्यात वरूण चौधरी का गुर्गा

फिरौती की रकम लेकर पहुंचा चुका है वरूण चौधरी को
अजमेर के आनासागर झील की चैपाटी पर स्टंट दिखाने के चक्कर में हुई फायरिंग का मुख्य आरोपी कुख्यात वरूण चौधरी गिरोह का गुर्गा है। यह खुलासा क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस द्वारा रिमाण्ड अवधि के दौरान की गई पूछताछ में हुआ है।
क्रिश्चयनगंज थानाधिकारी विजेन्द्र सिंह गिल ने बताया कि आनासागर जेटी पर फायरिंग के मुख्य आरोपी गांव कोरेर, डीग, भरतपुर निवासी 19वर्षीय मोहित चौधरी से रिमाण्ड अवधि के दौरान सख्ती से पूछताछ की गई। पहले तो वह खुद को बिलकुल शरीफ बताता रहा लेकिन बाद में वह टूट गया और उसने कबूला कि वह वरूण चौधरी गिरोह का ही गुर्गा है। उस गैंग के लिए वह काम करता रहा है और वर्तमान में भी कर रहा है। थानाधिकारी गिल ने कहा कि आरोपी मोहित वर्तमान में अजमेर जेएलएन अस्पताल के अधीन संचालित राजकीय नर्सिंग काॅलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रहा है। जेटी पर हुई फायरिंग में भी उसी की देशी पिस्टल थी, जो जिंदा कारतूस के साथ जप्त कर ली गई है।
वरूण से है लगातार सम्पर्क में
थानाधिकारी गिल की मानें तो कुख्यात बदमाश व गैंग संचालित करने वाले वरूण चौधरी से पकड़ा गया आरोपी मोहित लगातार सम्पर्क में है। हालांकि मोहित कभी भी वरूण से स्वयं सम्पर्क नहीं कर सकता है। वरूण ही अक्सर उससे अलग-अलग नम्बर से फोन करता है और उसे काम बताता है। आरोपी मोहित ने वरूण के कहने पर किसी से फिरौती की रकम भी ली थी और उसे वरूण तक पहुंचाया भी था।
पिस्टल कहां से आई?
आरोपी मोहित से बरामद हुई पिस्टल कहां से आई है फिलहाल इस बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। हो सकता है कि उक्त पिस्टल भी आरोपी मोहित को वरूण ने ही मुहैया करवाई हो। इस बारे में पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है।
पुलिस को है वरूण की तलाश
मूल रूप से भरतपुर का रहने वाला वरूण कई संगीन आपराधिक वारदातें अंजाम दे चुका है। वरूण ने अजमेर में रामकेश मीणा की हत्या भी की थी। जिसमें वरूण के अलावा सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। वरूण ने रामकेश मीणा को अपने चाचा धर्मेन्द्र की हत्या का बदला लेने के लिए मौत के घाट उतारा था। इस मामले के मुख्य शूटर जगत यादव को कार्बाईन, पिस्टल सहित क्लाॅक टावर थाना पुलिस ने दबोचा था। जगत यादव अजमेर अदालत में धर्मेन्द्र के हत्यारे संजय मीणा और उसके साथी विक्रम शर्मा को उड़ाने के मंसूबे से ही आया था जिसे अजमेर पुलिस ने नाकाम कर दिया।
गिल को दरगाह का जिम्मा
क्रिश्चयनगंज थानाधिकारी के पद पर रहते हुए अच्छा काम करके अपनी काबिलियत दिखाने वाले पुलिस निरीक्षक विजेन्द्र सिंह गिल को जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने दरगाह थाने की कमान सौंपी है। गौरतलब है कि दरगाह थाना अन्र्तराष्ट्रीय स्तर का थाना है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हस्तियां जियारत के लिए समय-समय पर आती रहती है। इसे देखते हुए ही गिल को दरगाह थाने में तैनात किया गया है।
नवीन वैष्णव
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Thursday, 17 May 2018

जेएलएन अस्पताल में पहली बार किया गया दुरबीन से किड़नी का जटिल आॅपरेशन


डाॅ अनिल के शर्मा और उनकी टीम ने निशुल्क आॅपरेशन कर दी 60 वर्षीय वृद्धा को राहत
संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में इन दिनों जटिल से जटिल आॅपरेशन करके मरीजों को राहत प्रदान की जा रही है। इस बार दुरबीन से निशुल्क किड़नी का जटिल आॅपरेशन करके यहां के चिकित्सकों ने एक कीर्तिमान स्थापित किया है। उक्त जटिल आॅपरेशन के लिए मरीजों को पहले अन्य शहरों की ओर जाना पड़ता था।
जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में डाॅ अनिल के शर्मा और उनकी टीम एक से एक जटिल आॅपरेशन कर रही है। इस बार डाॅ शर्मा ने किडनी की दूरबीन से जटिल सर्जरी करके परबतसर निवासी 60 साल की वृद्धा लाडा देवी को राहत दी है। शर्मा ने बताया कि लाड़ा देवी को 6 साल पहले पथरी की जानकारी हुई थी। वह हाॅस्पिटल भी गए लेकिन किसी मिलने वाले की गलत सलाह पर वापस गांव लौट गए। इस बार अधिक तकलीफ हुई तो डॉ रोहित अजमेरा को दिखाया जिन्होंने सोनोग्राफी व अन्य जांचे करवाई जिसमें सामने आया कि किडनी की पत्थर के कारण पेशाब नली में रुकावट आ गई है और किडनी के भी काम नही करने का अंदेशा हुआ। जिस पर डॉ अजमेरा ने जयपुर से न्यूक्लेअर स्कैन कराने की सलाह दी जांच में किडनी के काम नही करने की पुष्टि हुई तो उन्होंने तुरंत खराब किडनी निकलवाने की सलाह दी। मरीजों की अधिकता के कारण डाॅ अजमेरा ने मरीज को उनके पास भेज दिया।
चार घंटे में हुआ आॅपरेशन
डाॅ शर्मा ने कहा कि उनके पास आने के बाद मरीज लाड़ा देवी की बेहोशी की जांच करवाई गई और दूरबीन से आपरेशन का निर्णय लिया। डाॅ रेखा माहेश्वरी व डाॅ रोहित अजमेरा के निर्देशन में आॅपरेशन लगभग चार घंटे से अधिक चला जिसमें सफलतापूर्वक खराब किडनी को बाहर निकाल दिया गया। शर्मा ने बताया कि किडनी में मवाद भरा हुआ था और चारों तरफ काफी चिपकी हुई थी जिसके कारण आपरेशन में काफी कठिनाई आयी व समय भी अधिक लगा। आपरेशन के बाद किडनी को टुकड़े टुकड़े कर के निकाल दिया गया। शर्मा ने कहा कि अब लाड़ा देवी पूरी तरह स्वस्थ है और उन्हें घर भेज दिया गया है। आॅपरेशन करने वाली टीम में डॉ अनिल के शर्मा के नेतृत्व में डॉ अमित सिंह, डॉ आकांक्षा,  नर्सिंग स्टाॅफ धनुर्धर व गिरधारी रहे जबकि एनेस्थेसिया टीम में डॉ नीना जैन के नेतृत्व में डॉ वीना माथुर, डॉ सुरेन्द्र सेठी व डॉ राहुल ने आपरेशन के दौरान व बाद में मरीज को पूर्णतया संतुलित रखा व कोई परेशानी नही आने दी।
किडनी खराब होने के कारण
जेएलएन अस्पताल के सीनियर  यूरोलोजिस्ट डॉ रोहित अजमेरा की मानें तो एक तरफ की किडनी खराब होने के प्रमुख कारण पेशाब की पथरी के कारण रुकावट(जिसका उपचार समय पर नहीं कराया गया हो )है,  अतः इनका उपचार तुरंत कराना चाहिए। अन्य कारणों में टीबी, इन्फेक्शन सहित अन्य प्रमुख है।
किड़नी निकालना जरूरनी
नॉन फंक्शइनिंग किडनी के कारण ब्लड प्रेशर सहित अन्य कई बीमारियों की तकलीफ हो सकती है जो कि मरीज के लिए जानलेवा भी हो सकती है।  ऐसे में एक तरफ की किड़नी यदि खराब हो जाए तो उसे निकलवाना ही उचित रहता है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
17-05-2018
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Wednesday, 16 May 2018

जिला कलक्टर डोगरा ने एक बेटी को दिखाया स्कूल का रास्ता, बेटी वापस जाएगी स्कूल


अजमेर जिला कलक्टर आरती डोगरा की समझाईश से अब एक बिटिया वापस स्कूल जा सकेगी। बिटिया के परिजनों ने डोगरा को इसका वादा किया है, वहीं बिटिया ने भी पढ़ने-लिखने का संकल्प लिया है।
दरअसल जिला कलक्टर आरती डोगरा ने बुधवार को सरवाड़ उपखण्ड के गांव गोयला में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रथम किश्त दे चुके आवासों का निरीक्षण करने पहुंची थी। जब वह गांव की मीरा देवी के मकान पर पहुंची तो यहां उन्हें उनकी पुत्री अंजू मिली। आवास योजना की बातचीत के साथ ही जिला कलक्टर ने अंजू से पूछा की वह कौन सी कक्षा में पढ़ती है तो उसने बताया कि उसने पढ़ाई छोड़ दी है। इस पर जिला कलक्टर ने उसकी माताजी मीरा से कारण पूछा तो बताया कि दो वर्ष पूर्व वह नौवीं कक्षा में फेल हो गयी थी उसके कारण वह आगे नहीं पढ़ी।
शिक्षा का बताया महत्व
जिला कलक्टर ने अंजू को शिक्षा का महत्व बताया। उन्होंने खुद के बारे में भी अंजू को जानकारी दी। इन सभी बातों से ना केवल अंजू बल्कि उसके परिजन भी प्रेरित हुए और उन्होनें तथा जुलाई माह से पुनः पढ़ाने का प्रण किया। अंजू ने अच्छी शिक्षा अर्जित करके मा-बाप का नाम रोशन करने की बात भी कही।
बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओ
जिला कलक्टर आरती डोगरा सरकार के बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने में हमेशा प्रयासरत रहती हैं। आज भी उन्होंने एक बेटी को वापस स्कूल का रास्ता दिखाया है। डोगरा की इस कार्यप्रणाली की ना केवल अधिकारियों ने बल्कि ग्रामीणों ने भी उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
Arti Dogra
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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16-05-2018
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Friday, 4 May 2018

सोशल मीडिया पर नहीं डाले अनावश्यक पोस्ट, पुलिस करेगी कार्रवाई


सोशल मीडिया पर अनावश्यक पोस्ट डालकर माहौल बिगाड़ने की कई बार घटनाएं सामने आ चुकी है। ऐसे में राजस्थान पुलिस भी अब सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गई है। गुरूवार को जहां एडीजी क्राईम पंकज कुमार सिंह ने प्रदेश भर की मीडिया सैल के सदस्यों की बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए वहीं शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों की विडियो काॅन्फ्रेंस के जरिए बैठक ली। बैठक में सोशल मीडिया सैल के जरिए आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाने की बात कही। वहीं आमजन को सोशल मीडिया के जरिए जागरूक करने के लिए भी बात कही गई। अजमेर जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने कहा कि अजमेर की सोशल मीडिया सैल बहुत अच्छा काम कर रही है। एसपी अजमेर के नाम से फेसबुक, ट्विटर पर पेज बनाकर लोगों से संवाद किया जा रहा है और लोगों को होने वाली परेशानियां तो जानी ही जा रही है साथ ही आपराधिक प्रवृति के लोगों पर भी नजर रखी जाती है। एसपी राजेन्द्र सिंह ने आमजन से अपील की है कि फेसबुक पर या व्हाॅटसएप से किसी भी पोस्ट को डालने से पहले अपने विवेक से काम लें। ऐसी पोस्ट नहीं डालें जिससे कि किसी की धार्मिक भावना आहत हो या किसी के मान सम्मान में बाधा पहुंचे। उन्होंने कहा कि कोई भी विडियो शेयर करने से पहले उसकी वास्तविकता का भी पता लगाएं, बिना सच्चाई का पता किए कोई भी विडियो या पोस्ट शेयर नहीं करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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04-05-2018
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Thursday, 3 May 2018

त्वरित गति से होंगे आमजन के काम- आरती डोगरा


अजमेर की नवनियुक्त जिला कलक्टर आरती डोगरा ने गुरूवार को पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने कहा कि आमजन से जुड़े काम करना ही उनकी प्राथमिकता रहेगी। आमजन के कार्यों को त्वरित गति से करके उन्हें राहत दी जाएगी साथ ही सरकार की योजनाओं पर भी विशेष फोकस रहेगा। अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने में भी वह कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। पूर्व के कार्यो को लेकर उन्होंने निर्वतमान कलक्टर गौरव गोयल से भी विस्तार से चर्चा की है।
परिचय
डोगरा मूलतः उत्तराखण्ड़ की रहने वाली हैं। इन्होंने अर्थशास्त्र में एम.ए. किया है। वर्ष 2006 बैच में इन्होंने सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की और आईएएस बन गई। ट्रेनिंग  पीरियड़ में इन्होंने उदयपुर, अलवर में कामकाज किया। ब्यावर में भी एसडीएम पद पर डोगरा रह चुकी हैं। जैसे ही इनकी ट्रेनिंग पूरी हुई उसके तीसरे ही दिन इन्हंे बूंदी जिला कलक्टर का जिम्मा सौंपा गया जिसे इन्होंने बखूबी निभाया। लगभग डेढ़ साल के कार्यकाल को देखते हुए इन्हें बीकानेर कलक्टर पद पर नियुक्त किया। यहां भी इन्होंने दो साल और 7 महिने अच्छे से काम करके कई आयाम स्थापित किए। यहां रहते हुए ही इन्होंने बेटियों को बचाने व पढ़ाने की मुहिम छेड़ी थी जो देश भर में खूब रंग लाई और आज भी चल रही है। बीकानेर के बाद इन्हें जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड़ का प्रबंध निदेशक बनाया गया। यह अपने आप में गौरव की बात थी कि इससे पहले कभी भी किसी आईएएस को इस पद पर तैनात नहीं किया गया। डोगरा ने यहां रहते हुए भी फिजूलखर्ची को रोका और बिजली चोरी में काफी अंकुश लगाया वहीं विद्युत वितरण प्रणाली को भी बेहतर बनाया।
आते ही टाॅस्क फोर्स गठित
बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ अभियान के सफल संचालन के लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स का भी गठन कर लिया गया है। टास्क फोर्स के सदस्यों में जिला पुलिस अधीक्षक, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक, समस्त जिला शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक, सहायक श्रम आयुक्त, नगर निगम आयुक्त, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधि, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उप निदेशक तथा दो स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि सदस्य नियुक्त किए गए है।
तेजी से होंगे स्मार्ट सिटी के काम
कलक्टर डोगरा ने कहा कि अजमेर में स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले कामों में भी तकनीकी अड़चने नहीं आए। इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। अजमेर जिले में चल रहे कामों के बारे में उन्होंने गौरव गोयल से विस्तार से चर्चा की है। जिससे उन्हें यहां काम करने में काफी आसानी रहेगी।
गोयल को विदाई
अजमेर जिले के निवर्तमान जिला कलक्टर गौरव गोयल को विभिन्न कर्मचारी संगठन ने गुरूवार को भावभीनी विदाई दी। इस दौरान गोयल ने दो वर्ष के कार्यकाल में कर्मचारियों व अधिकारियों के पूर्ण सहयोग के लिए आभार जताया साथ ही उन्होंने कहा कि अजमेर से उन्हें विशेष लगाव हो गया है । वह जहां भी रहेंगे अजमेर के लिए जो कुछ भी कर सकेंगे वह करेंगे।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
03-05-2018
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