फिरौती की रकम लेकर पहुंचा चुका है वरूण चौधरी को
अजमेर के आनासागर झील की चैपाटी पर स्टंट दिखाने के चक्कर में हुई फायरिंग का मुख्य आरोपी कुख्यात वरूण चौधरी गिरोह का गुर्गा है। यह खुलासा क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस द्वारा रिमाण्ड अवधि के दौरान की गई पूछताछ में हुआ है।
क्रिश्चयनगंज थानाधिकारी विजेन्द्र सिंह गिल ने बताया कि आनासागर जेटी पर फायरिंग के मुख्य आरोपी गांव कोरेर, डीग, भरतपुर निवासी 19वर्षीय मोहित चौधरी से रिमाण्ड अवधि के दौरान सख्ती से पूछताछ की गई। पहले तो वह खुद को बिलकुल शरीफ बताता रहा लेकिन बाद में वह टूट गया और उसने कबूला कि वह वरूण चौधरी गिरोह का ही गुर्गा है। उस गैंग के लिए वह काम करता रहा है और वर्तमान में भी कर रहा है। थानाधिकारी गिल ने कहा कि आरोपी मोहित वर्तमान में अजमेर जेएलएन अस्पताल के अधीन संचालित राजकीय नर्सिंग काॅलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रहा है। जेटी पर हुई फायरिंग में भी उसी की देशी पिस्टल थी, जो जिंदा कारतूस के साथ जप्त कर ली गई है।
वरूण से है लगातार सम्पर्क में
थानाधिकारी गिल की मानें तो कुख्यात बदमाश व गैंग संचालित करने वाले वरूण चौधरी से पकड़ा गया आरोपी मोहित लगातार सम्पर्क में है। हालांकि मोहित कभी भी वरूण से स्वयं सम्पर्क नहीं कर सकता है। वरूण ही अक्सर उससे अलग-अलग नम्बर से फोन करता है और उसे काम बताता है। आरोपी मोहित ने वरूण के कहने पर किसी से फिरौती की रकम भी ली थी और उसे वरूण तक पहुंचाया भी था।
पिस्टल कहां से आई?
आरोपी मोहित से बरामद हुई पिस्टल कहां से आई है फिलहाल इस बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। हो सकता है कि उक्त पिस्टल भी आरोपी मोहित को वरूण ने ही मुहैया करवाई हो। इस बारे में पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है।
पुलिस को है वरूण की तलाश
मूल रूप से भरतपुर का रहने वाला वरूण कई संगीन आपराधिक वारदातें अंजाम दे चुका है। वरूण ने अजमेर में रामकेश मीणा की हत्या भी की थी। जिसमें वरूण के अलावा सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। वरूण ने रामकेश मीणा को अपने चाचा धर्मेन्द्र की हत्या का बदला लेने के लिए मौत के घाट उतारा था। इस मामले के मुख्य शूटर जगत यादव को कार्बाईन, पिस्टल सहित क्लाॅक टावर थाना पुलिस ने दबोचा था। जगत यादव अजमेर अदालत में धर्मेन्द्र के हत्यारे संजय मीणा और उसके साथी विक्रम शर्मा को उड़ाने के मंसूबे से ही आया था जिसे अजमेर पुलिस ने नाकाम कर दिया।
गिल को दरगाह का जिम्मा
क्रिश्चयनगंज थानाधिकारी के पद पर रहते हुए अच्छा काम करके अपनी काबिलियत दिखाने वाले पुलिस निरीक्षक विजेन्द्र सिंह गिल को जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने दरगाह थाने की कमान सौंपी है। गौरतलब है कि दरगाह थाना अन्र्तराष्ट्रीय स्तर का थाना है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हस्तियां जियारत के लिए समय-समय पर आती रहती है। इसे देखते हुए ही गिल को दरगाह थाने में तैनात किया गया है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
22-05-2018navinvaishnav5.blogspot.com
www.facebook.com/Navinvaishnav87
अजमेर के आनासागर झील की चैपाटी पर स्टंट दिखाने के चक्कर में हुई फायरिंग का मुख्य आरोपी कुख्यात वरूण चौधरी गिरोह का गुर्गा है। यह खुलासा क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस द्वारा रिमाण्ड अवधि के दौरान की गई पूछताछ में हुआ है।
क्रिश्चयनगंज थानाधिकारी विजेन्द्र सिंह गिल ने बताया कि आनासागर जेटी पर फायरिंग के मुख्य आरोपी गांव कोरेर, डीग, भरतपुर निवासी 19वर्षीय मोहित चौधरी से रिमाण्ड अवधि के दौरान सख्ती से पूछताछ की गई। पहले तो वह खुद को बिलकुल शरीफ बताता रहा लेकिन बाद में वह टूट गया और उसने कबूला कि वह वरूण चौधरी गिरोह का ही गुर्गा है। उस गैंग के लिए वह काम करता रहा है और वर्तमान में भी कर रहा है। थानाधिकारी गिल ने कहा कि आरोपी मोहित वर्तमान में अजमेर जेएलएन अस्पताल के अधीन संचालित राजकीय नर्सिंग काॅलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रहा है। जेटी पर हुई फायरिंग में भी उसी की देशी पिस्टल थी, जो जिंदा कारतूस के साथ जप्त कर ली गई है।
वरूण से है लगातार सम्पर्क में
थानाधिकारी गिल की मानें तो कुख्यात बदमाश व गैंग संचालित करने वाले वरूण चौधरी से पकड़ा गया आरोपी मोहित लगातार सम्पर्क में है। हालांकि मोहित कभी भी वरूण से स्वयं सम्पर्क नहीं कर सकता है। वरूण ही अक्सर उससे अलग-अलग नम्बर से फोन करता है और उसे काम बताता है। आरोपी मोहित ने वरूण के कहने पर किसी से फिरौती की रकम भी ली थी और उसे वरूण तक पहुंचाया भी था।
पिस्टल कहां से आई?
आरोपी मोहित से बरामद हुई पिस्टल कहां से आई है फिलहाल इस बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। हो सकता है कि उक्त पिस्टल भी आरोपी मोहित को वरूण ने ही मुहैया करवाई हो। इस बारे में पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है।
पुलिस को है वरूण की तलाश
मूल रूप से भरतपुर का रहने वाला वरूण कई संगीन आपराधिक वारदातें अंजाम दे चुका है। वरूण ने अजमेर में रामकेश मीणा की हत्या भी की थी। जिसमें वरूण के अलावा सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। वरूण ने रामकेश मीणा को अपने चाचा धर्मेन्द्र की हत्या का बदला लेने के लिए मौत के घाट उतारा था। इस मामले के मुख्य शूटर जगत यादव को कार्बाईन, पिस्टल सहित क्लाॅक टावर थाना पुलिस ने दबोचा था। जगत यादव अजमेर अदालत में धर्मेन्द्र के हत्यारे संजय मीणा और उसके साथी विक्रम शर्मा को उड़ाने के मंसूबे से ही आया था जिसे अजमेर पुलिस ने नाकाम कर दिया।
गिल को दरगाह का जिम्मा
क्रिश्चयनगंज थानाधिकारी के पद पर रहते हुए अच्छा काम करके अपनी काबिलियत दिखाने वाले पुलिस निरीक्षक विजेन्द्र सिंह गिल को जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने दरगाह थाने की कमान सौंपी है। गौरतलब है कि दरगाह थाना अन्र्तराष्ट्रीय स्तर का थाना है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हस्तियां जियारत के लिए समय-समय पर आती रहती है। इसे देखते हुए ही गिल को दरगाह थाने में तैनात किया गया है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
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