Thursday 30 August 2018

60 वर्षीय बुजुर्ग ने लिया संथारा, ढ़ाई घण्टे में छोड़ी देह


अजमेर के ब्यावर की ढ़ाबा गली में रहने वाले 60 वर्षीय बुजुर्ग महावीर चंद पोखरणा ने गुरूवार सुबह 9 बजे संथारा लिया । इसके ढ़ाई घण्टे बाद ही उन्होंने अपनी देह छोड़ दी।
ऑल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ राष्ट्रीय मार्गदर्शक अशोक पारलेचा ने बताया कि टेलरिंग का काम करने वाले महावीर चंद पोखरणा को बोन कैंसर था। जिससे वह गत 8 सालों से परेशान चल रहे थे। इसी बीमारी के चलते उनका हाथ भी काटना पड़ गया था। पिछले कुछ दिनों से उन्हें अधिक ही शारीरिक पीड़ा हो रही थी। ऐसे में उन्होंने संथारा लेने की इच्छा जाहिर की। इस पर सुबह 9 बजे आचार्य ज्ञानचन्द्र जी म.सा. के मुखारविन्द से उन्हें संथारा दिलवाया गया। इसके ढ़ाई घण्टे बाद लगभग साढ़े 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
वैकुण्ठी निकालकर किया जाएगा अंतिम संस्कार
अशोक पारलेचा ने कहा कि शुक्रवार दोपहर 2 बजे वैकुण्ठी निकाली जाएगी। जिसे शहर के विभिन्न रास्तों से ले जाया जाएगा। श्मशान स्थल पहुंचकर महाप्रयाण यात्रा सम्पन्न होगी। इसके बाद इनका बेटा कुशल पोखरणा इन्हें मुखाग्नि प्रदान करेगा। अंतिम संस्कार के समय बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहेंगे।
संथारा का विशेष महत्व
जैन समाज में संथारा का विशेष महत्व होता है। समाज के संत तो अपनी देह संथारा लेकर ही त्यागते हैं। संथारा लेने के पीछे मुख्य उद्देश्य आत्मा को पवित्र करना है। संथारा लेने के बाद अन्न जल त्याग दिया जाता है और केवल ईश्वर की आराधना की जाती है।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987, 9351087614
30-08-2018
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