जिले के पुलिसकार्मिकों को ही नियमों का पढ़ाया जा रहा पाठ
अजमेर के नवनियुक्त जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह ने "हम सुधरेंगे जग सुधरेगा" तकनीक पर काम शुरू कर दिया है। एसपी ने यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे पुलिसकर्मियों को ही सबक सिखाने के लिए पुलिस लाईन के बाहर यातायातकर्मियों को तैनात कर दिया है। यातायातकर्मी पुलिसकर्मियों के चालान काटकर उन्हें यातायात का पाठ पढ़ा रहे हैं। वहीं अन्य तरीके भी बेहतर पुलिसिंग के लिए अपनाए जा रहे हैं।
नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह ने हाल ही में अजमेर की कमान संभाली है। कमान संभालते ही उन्होंने आमजन को सुधारने से पहले पुलिसकर्मियों को सुधारने के आदेश दिए हैं। एसपी के आदेश से जिला पुलिस लाईन के बाहर यातायात के उपनिरीक्षक वीडी शर्मा और उनके सहयोगी डयूटी दे रहे हैं। शर्मा ने बताया कि एसपी के आदेश से पुलिस लाईन में आने और जाने वाले पुलिसकर्मियों द्वारा हेलमेट नहीं लगाने, कार पर काली फिल्म चढ़ी होने, मुंह पर स्कार्फ बांधने सहित अन्य उल्लंघनों पर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आमजन के भी चालान काटे जा रहे हैं। शर्मा की मानें तो गुरूवार को 150 ई-चालान और 30 से अधिक चालान काटे गए। वहीं तीन बिना परमिट की बसें भी जप्त की गई।
बेहतर पुलिसिंग के लिए जरूरी
एसपी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि बेहतर पुलिसिंग के लिए सबसे पहले खुद में ही सुधार की आवश्यकता होती है। यदि पुलिसकर्मी नियम और कानून से चलेगा तो आमजन भी इससे अलग नहीं जा सकता।
एक्टिव हुआ पीआरओ पीसीआर
तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने जिस पीआरओ पीसीआर का गठन किया था। वह पीआरओ पीसीआर पूर्व एसपी नितिनदीप ब्लग्गन के समय सुस्त पड़ गया था। नए जिला पुलिस कप्तान के पदभार ग्रहण करने के बाद देखा गया है कि जिले की काफी कार्रवाई की सूचनाएं इसमें मिल पा रही है।
आमजन को बंधी है उम्मीद
एसपी राजेन्द्र सिंह की कार्यशैली से हालांकि शहरवासी ज्यादा वाकिफ नहीं है और शहरवासियों के मन में अभी भी पूर्व पुलिस अधीक्षक विकास कुमार की छवि बैठी हुई है। यहां के लोग तत्कालीन एसपी ब्लग्गन का तबादला करवाकर भी विकास कुमार को ही वापस जिले में लगवाना चाहते थे। इसके लिए कई ज्ञापन भी दिए गए। अब बात यदि एसपी राजेन्द्र सिंह की करें तो इनके आदेश जारी होने के बाद शहरवासियों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि अब शहर में क्राईम कन्ट्रोल हो सकता है और जिन परेशानियों से लोग जूझ रहे थे उससे निजात मिल सकती है।
अब शहरवासी कितना सही सोचते हैं और कितना गलत, यह तो आने वाले दिनों में होने वाली पुलिसिंग और जिला पुलिस कप्तान की कार्यप्रणाली ही बताएगी।
नवीन वैष्णव
(पत्रकार), अजमेर
9252958987
navinvaishnav5.blogspot.com
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